बदलता स्वरूप बहराइच। योजनाओं के संतृप्तीकरण के लिये आउटरीच गतिविधियों के माध्यम से आमजन में जागरुकता बढ़ाये जाने के उद्देश्य से 15 नवम्बर 2023 से 26 जनवरी 2024 तक संचालित होने वाले विकसित भारत संकल्प यात्रा अन्तर्गत विकास खण्ड कैसरगंज की न्याय पंचायत अलहियापुर में आयोजित शिविर को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि भारत सरकार की मंशानुरूप अभियान के तहत आमजन को जोड़ा जाय ताकि लोगों को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी हो सके। डीएम ने कहा कि आयोजन के पीछे भारत सरकार की मंशा है कि समाज के अन्तिम पायदान पर खड़े सभी पात्र असंतृप्त लोगों को योजनाओं का लाभ दिलाकर उनके जीवन में खुशहाली लायी जा सके। डीएम ने जिले के अधिकारियों का आहवान किया कि पूर्व आयोजित किये गये सेवा से संतृप्तिकरण अभियान के अनुभव का लाभ उठाते हुए शिविरों का आयोजन इस प्रकार से करें कि जिले के सभी वंचित पात्र व्यक्तियों तक योजनाओं का लाभ पहुंच सके। शिविर के दौरान मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, स्वच्छ भारत मिशन, एनआरएलएम, शिक्षा, समाज कल्याण, कृषि, ग्राम्य विकास सहित अन्य विभागों द्वारा स्टाल लगाकर आये हुए लोगों को विभागीय योजनाओं की जानकारी प्रदान की गई। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा लगाये गये शिविर में एमडीएम मेन्यू तथा उपयोग में आने वाले खाद्य पदार्थों, पुस्तकों, हस्तनिर्मित टी.एल.एम. मॉडल, बच्चों द्वारा तैयार किये गये मतदाता जागरूकता स्लोगन का प्रदर्शन किया गया। विकसित भारत संकल्प यात्रा शिविर के दौरान मनरेगा, बन नेशन वन राशनकार्ड, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, जनधन योजना, उजाला योजना, आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, प्रधानमंत्री पोषण अभियान सहित अन्य योजनाओं सेे लाभान्वित भी किया गया। शिविर के अन्त में मौजूद लोगों को भारत संकल्प की शपथ भी दिलायी गयी।
इस अवसर पर तहसीलदार कैसरगंज अजय यादव, बीडीओ अमन कुमार, खण्ड शिक्षा अधिकारी जितेन्द्र बहादुर चौधरी, प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. एन.के. सिंह, अवर अभि.लघु सिंचाई, एडीओ पंचायत, समाज कल्याण व आईएसबी, ए.आर.पी. महेन्द्र चौधरी, सुनील सोनी व अरविन्द शर्मा, शिखा अवस्थी, गुलिस्ता रिज़वी व जगदीश प्रसाद सहित अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं, ग्राम पंचायत सचिव राकेश वर्मा, ग्राम प्रधान राम सूरत, ग्राम रोज़गार सेवक, पंचायत सहायक तथा बड़ी संख्या में ग्रामवासी मौजूद रहे।