बदलता स्वरूप अयोध्या। आज भगवान श्री कृष्ण अन्य 7 विवाह की कथा प्रद्युम्न के द्वारा शम्बरासुर का बध, सुदामाचारित्र, गांधारी के श्राप से यदुकुल का संहार भगवान कृष्ण का साकेत गवन परीक्षित मोक्ष, जनमेजय के द्वारा शर्प सत्र यज्ञ आदि की कथा का विस्तार पूर्ण वर्णन। कथा में हजारीबाग झारखंड से कथा के मुख्य यजमान श्री ताराशंकर पाण्डेय श्री मती भानुमती पाण्डेय उनके दोनो पुत्र मनोज पाण्डेय श्री मती स्वेता पाण्डेय, रामानुज पाण्डेय श्री मती भारती पाण्डेय कार्यक्रम के प्रेरणास्त्रोत भगवताचार्य रामकिशोर पाण्डेय, अविनाश किशोर पाण्डेय श्री मती अनामिका पाण्डेय, शम्भूचरण पाण्डेय, मुकेश पाण्डेय, राकेश कुमार पाण्डेय, विनोद पाण्डेय श्री मती भारती पाण्डेय,श्री सावित्री पाण्डेय, वैद्यनाथ धाम से राजकिशोर पाण्डेय दिल्ली से आचार्य श्री विद्या सागर त्रिपाठी श्री सत्येंद्र दास वेदान्ती,वरुण दास सहस्त्रांशु जी महाराज, रीवा मध्यप्रदेश से भजन गायक राम जी उपाध्याय मैहर से तबला वादक पंडित विजय द्विवेदी आदि उपस्थित रहे, कथा मंच कार्यक्रम का संचालन डॉ० राघवेश दास वेदान्ती ने किया।
