निर्माणाधीन विकास कार्यों को समय से पूरा कराना सम्बंधित विभागीय अधिकारियों का है दायित्व-जिलाधिकारी

बदलता स्वरूप श्रावस्ती। निर्माणाधीन विकास कार्यों को तेजी से कराकर गुणवत्तापूर्ण ढंग से उन्हें पूरा कराया जाय, निर्माणाधीन विकास कार्यो में जिले के ही श्रमिकों को निर्माण कार्य में लगाया जाय ताकि उन्हें रोजी-रोजगार के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े और सरकार की मंशा के अनुरूप उन्हें जिले में ही रोजगार मिल सके। जिले में निर्माणाधीन विकास कार्याें में शिथिलता कदापि न बरती जाय और समय सीमा के अन्तर्गत उनको हर हाल में पूरा किया जाय क्योकि निर्माणाधीन विकास कार्याें में यदि समय बढ़ता है तो उनके लागत में भी बढ़ोत्तरी होती है। इसलिए सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों/कार्यदायी संस्थाओं के परियोजना प्रबंधकों का दायित्व बनता है कि वे अपने विभागों से सम्बन्धित हो रहे निर्माण कार्याें को मौके पर जाकर देखे और गुणवत्तायुक्त ढंग से उन्हे पूरा कराये।
उक्त निर्देश कलेक्ट्रेट सभागार में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ विभिन्न विभागीय योजनाओं के अन्तर्गत निर्माणाधीन कार्यो (50 लाख के लागत से हो रहे निर्माण कार्याें की) समीक्षा करने के दौरान जिलाधिकारी कृतिका शर्मा ने दिया है। उन्होने जोर देते हुए कहा कि निर्माणाधीन कार्याें के गुणवत्ता के जांच टेक्निकल टीम से करायी जायेगी। यदि उसमें कमी मिली तो निश्चित ही सम्बन्धित कार्यदायी संस्था के साथ-साथ सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों पर भी कार्यवाही सुनिश्चित होगी। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने एक वर्ष से अधिक लम्बित परियोजनाओं को तेजी लाकर पूरा कराने का निर्देश दिया। कार्यदायी संस्था यू0पी0पी0सी0एल0 द्वारा 03 निर्माण कार्य कराये जाने है, जिनमें से तहसील इकौना में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान(डायट) इकौना के सुदृढ़ीकरण एवं निर्माण कार्य तथा आई0टी0आई0 जमुनहा में आवास निर्माण एवं साईकिल स्टैण्ड निर्माण कार्य एक वर्ष से बिलम्बित पाये जाने पर जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल के अवर अभियंता को फटकार लगाते हुए तेजी से कार्य पूर्ण कराकर इसी माह के अन्त तक हस्तान्तरित करने हेतु निर्देशित किया। इसके अलावा जिलाधिकारी ने जिला कारागार, 06 अतिरिक्त न्यायालय कक्षों, सीताद्वार झील के सौन्दर्यीकरण, राजकीय इण्टर कालेज वर्गावर्गी, राजकीय हाईस्कूल सेमरा टिटिहरिया के निर्माण आदि की प्रगति समीक्षा की गई तथा समय सीमा के अन्दर पूरा कराकर हस्तगत कराये जाने हेतु कार्यदायी संस्थाओ के अधिकारियों को निर्देशित किया तथा जिन परियोजनाओं में कार्य प्रारम्भ नही किया गया है, उन्हें कार्य प्रारम्भ कर समय-सीमा में पूरा किये जाने का निर्देश दिया। बैठक के दौरान ही जल निगम, आवास विकास परिषद, जिला पंचायत, सी0एन0डी0एस0, यू0पी0पी0सी0एल0 सहित अन्य कार्यदायी संस्थाओं द्वारा जनपद में निर्माणाधीन कार्यो में तेजी लाकर पूरा कराने हेतु जिलाधिकारी ने निर्देश दिये।

उन्होने कहा कि यदि टेक्निकल टीम के द्वारा जांच के दौरान कमी पायी गयी तो निश्चित ही सम्बन्धित कार्यदायी संस्था के विरूद्ध कार्यवाही होगी। बैठक का संचालन जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी अजय कुमार यादव ने किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनुभव सिंह, जिला विकास अधिकारी रामसमुझ, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 ए0पी0 सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी डी0एन0 सिंह, उप निदेशक कृषि कमल कटियार, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग एस0के0 हरित, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 मानव, जिल विद्यालय निरीक्षक मिथलेश कुमार, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी गौरव खड़ायत, जिला प्रोबेशन अधिकारी सुबोध कुमार सिंह, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी अभिषेक उपाध्याय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमिता सिंह, अधिशासी अभियंता बाढ़ कार्य खण्ड विनोद कुमार गुप्ता, सहायक पर्यटन अधिकारी मनीष श्रीवास्तव, जिला पंचायत राज अधिकारी नन्दलाल, सहायक श्रमायुक्त सन्तपाल, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी रोशन लाल पुष्कर सहित अन्य तमाम विभागों के अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।