श्रीमद् रामायण का प्रीमियर 1 जनवरी 2024 से सोनी इंटरटेनमेंट टेलीविजन पर

बदलता स्वरूप अयोध्या। भगवान श्री राम के जन्म स्थान की यात्रा अयोध्या में श्रीमद् रामायण रचनात्मक यात्रा में एक महत्वपूर्ण पल है इस यात्रा में उन्हें उनकी कहानी के ऐतिहासिक जड़ों के गहराई से जुड़ने का अवसर दिया गया। टीम की खोज में राम जन्म भूमि कनक भवन हनुमानगढ़ी जैसे पवित्र स्थान स्थल शामिल थे जिन्होंने उन्हें शहर के आध्यात्मिक माहौल और ऐतिहासिक महत्व से जोड़ा सोनी इंटरटेनमेंट टेलीविजन के बिजनेस हेड नीरज विकास में इस यात्रा के महत्व पर प्रकाश डाला कि हमारी यात्रा भगवान राम की कहानी को नई पीढ़ी तक पहुंचाने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है l हम आज की दुनिया में उनकी प्रासंगिकता पर जोर देते हुए उनके कालातीत आदर्श और शिक्षाओं को प्रस्तुत करने के लिए समर्पित हैं। स्वस्तिक प्रोडक्शन के संस्थापक और श्रीमद् रामायण के निर्माता सिद्धार्थ कुमार तिवारी ने अपने अयोध्या दर्शन के अनुभव की प्रभाव पर टिप्पणी की l अयोध्या की हमारी यात्रा से हमारी सीरीज में वास्तविक गहराई आएगी और इस तरह यह यात्रा इस प्रतिष्ठित शहर की ऐतिहासिक अनुगूंज से भर गई है l जिससे श्रीमद् रामायण की कहानी भी विकसित होगी l मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम किरदार निभा रहे हैं जय सृजय रेउ ने अपने विचार व्यक्त किए अयोध्या की तीर्थ यात्रा परिवर्तनकारी रही है l इसने भगवान राम को लेकर मेरी समझ और निरूपण को बढ़ाया है और उनके किरदार को अधिक निष्ठा और गहराई से निभाने की मेरी प्रतिबद्धता को और भी मजबूत किया है l माता सीता की भूमिका निभाने वाली प्राची बंसल ने अपनी यात्रा पर विचार व्यक्त करते हुए कहा अयोध्या को प्रत्यक्ष तौर पर अनुभव करना दिव्य अनुभूति थी l इस तरह से मैं सीता माता की शक्ति को शोभा को समझने के करीब पहुंची हूं l लक्ष्मण का किरदार निभा रहे बसंत भट्ट ने अपना नजरिया व्यक्त किया l अयोध्या के जीवन तिथि एहसास ने मुझे लक्ष्मण की भक्ति और निष्ठा को लेकर एक नया दृष्टिकोण दिया l यह अनुभव मेरी भूमिका के लिए मार्गदर्शन रहा है l भगवान हनुमान का किरदार निभा रहे निर्भय वाधावा कहते हैं अयोध्या की आध्यात्मिक ऊर्जा स्फुर्तिदायक थी l उसने मुझे हनुमान के अटूट भक्ति और समर्पण की विशालता का एहसास कराया l श्रीमद् रामायण का प्रीमियर 1 जनवरी 2024 से को रात 9:00 बजे सोनी इंटरटेनमेंट टेलीविजन पर होगा जो इस महागाथा की समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का सम्मान करने वाली प्रस्तुत होने का वादा करता है।