बदलता स्वरूप ग्रुरूग्राम। कर्ता करे न कर सके मेरे श्री राम करे सो होय, तीन लोग नौ खंड में श्री राम से बड़ा न कोय। आखिर 496 बर्ष बाद यह घड़ी आ ही गई और अयोध्या के श्रीराम मंदिर में राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा भव्य उत्सव मनाया गया। वहीं देश विभिन्न स्थानों सहित ग्रुरूग्राम के हर घर में श्री राम लला कि भव्य रूप से स्वागत किया गया, और इस तरह का ज़श्न लोगों को देखने का शायद कम ही मौका मिलेगा।
शहर के मारूतिकुन्ज में अपने आवास पर समाजसेवी ईं आर के जायसवाल ने अपने परिवार सहित रामोत्सव के साथ-साथ दीपोत्सव मनाया और कहा हम सभी शौभाग्यशाली है कि जब श्री राम त्रेता युग में लंका पर विजय प्राप्त कर लौटे थे तब उसी समान का ज़श्न अब देखने का मौका मिला। यह ऐतिहासिक एवं पुण्य अवसर बहुत सौभाग्य से प्राप्त हुआ है। पीढ़ियों के संकल्प की सिद्धि का साक्षी बनकर हम सभी अभिभूत हैं, कृतज्ञ हैं, आनंदित है और इसमें कोई दो राय नहीं कि आज जीवन धन्य हो गया। हो भी क्यों नहीं पांच सौ बर्ष का लम्बा इंतजार के बाद यह रामोत्सव का आनंद हम सभी को शदियों तक याद रहेगी और इस महत्वपूर्ण ऐतिहासिक क्षण को सफल बनाने में सभी सभागीयों को जहां भारतवासी कभी नहीं भूलेंगे और उनका आभारी रहेंगे वहीं उनपर श्री राम जी का आशीर्वाद सदा बनी रहेगी।
