प्रदेश के सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक महत्व को उत्सव के रूप में मनाने का दिवस-मुख्य विकास अधिकारी
बदलता स्वरूप श्रावस्ती। उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस का जिलाधिकारी कृतिका शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी अनुभव सिंह, अपर जिलाधिकारी अमरेन्द्र कुमार वर्मा एवं अपर जिलाधिकारी न्यायिक राम दत्तराम ने फीता काटकर एवं द्वीप प्रज्वलित कर भव्य शुभारम्भ किया। उत्तर प्रदेश दिवस कार्यक्रम में जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारीगण एवं अन्य अधिकारियों के पहुंचने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, सहायक निदेशक मत्स्य एवं जिला समन्वयक एस0बी0एम0 ने अगुवानी कर स्वागत किया। कार्यक्रम में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय हरिहरपुररानी की छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुतीकरण किया गया। इस दौरान सूचना एवं संस्कृति विभाग के पंजीकृत कलाकार एस0पी0 चौहान एण्ड पार्टी द्वारा उत्तर प्रदेश दिवस एवं भगवान श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर भगवान श्रीराम के जीवन वर्णन पर आधारित विभिन्न लोकगीत जैसे ’’अयोध्या कर रही जय जयकार, विराजे रामलला सरकार’’, ’’यू0पी0 में खिला फूलगेनवा’’, ’’मेरी खुशियों के भाग जग गये है, राम आ गये है’’ एवं ’’मेरी झोपड़ी के भाग खुल जायेंगे, राम आयेंगे’’ आदि गीत प्रस्तुत किये। जिसका उपस्थित जनसैलाब ने तालियों के गड़गड़ाहट से खूब सराहना भी की। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि ’’उत्तर प्रदेश दिवस’’ हमारी सांस्कृतिक विरासत एवं धरोहर को सहेजने का अवसर है। ’’उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस’’ के अवसर पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उत्तर प्रदेश दिवस को स्थापना दिवस के रूप में प्रत्येक वर्ष 24 जनवरी को मनाया जाता है। उन्होने उत्तर प्रदेश के इतिहास को बताते हुए कहा कि 1950 के पूर्व इसे यूनाइटेड प्राविन्स के नाम से जाना जाता था, 24 जनवरी, 1950 के इसका नाम उत्तर प्रदेश रखा गया। पहले उत्तराखण्ड भी इसी प्रदेश का हिस्सा हुआ करता था। उन्होने कहा कि यह बड़े ही गर्व की बात है कि हमें इस उत्तर प्रदेश में सेवा करने का अवसर मिला है। यहां विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक धरोहरें है, गत दिवस भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा जनपद अयोध्या में सम्पन्न हुई, जिसमें भारी संख्या में लोग उपस्थित हुए। इसके अलावा श्रावस्ती, काशी विश्वनाथ, मथुरा, वृन्दावन, सारनाथ जैसे बौद्ध स्थल और कुछ ऐतिहासिक धरोहरे जैसे-गोरखनाथ, झांसी, बुंदेलखण्ड, आगरा लाल किला, ताजमहल है, जो समृद्ध विरासत को यह राज्य संजोय रखता है। आर्थिक विकास के बारे में बताते हुए कहा कि देश की जी0डी0पी0 में दूसरा सबसे बड़ा भागीदार रहा है। जिले में निवेश को बढ़ावा देने एवं उद्योग की स्थापना हेतु विशेष प्रयास किये जा रहे है। गत वर्ष माह फरवरी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया था, जिसमें 40 लाख करोड़ का निवेश प्रस्ताव इस प्रदेश को प्राप्त हुआ था। अगर इसी तरह से हमारे प्रदेश में निवेश होता रहा तो जल्दी ही इस प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन तक पहुंचाया जा सकता है।
इसके अलावा एयरपोर्ट एवं एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रीज में भी इस प्रदेश का अद्वितीय स्थान है। उन्होने कहा कि सभी अधिकारीगण एवं जनपदवासी दृढ़ संकल्पित होकर इस जनपद के साथ-साथ प्रदेश के विकास में अपनी महती भूमिका निभायें और अपने जनपद के विकास के पहिये को आगे बढ़ाये। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने ’’उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश की सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक महत्व को उत्सव के रूप में मनाने का दिवस है। इस दौरान जनपद एवं प्रदेश की प्रगति एवं विकास के विभिन्न पैरामीटर्स पर जो विकास कार्य किये गये है, उसे दर्शाते है और इस आगे कैसे बढ़ाया जाए इसके लिए विशेष प्रयास किये जाते है। उत्तर प्रदेश हमारे हिंदू तीर्थ स्थलों में सबसे प्रमुख माना जाता है। अवध में भगवान श्री कृष्ण और भगवान श्री राम का अवतार इस राज्य की भूमि पर ही हुआ था, जो कि हिंदू धर्म की मान्यता लोगों की भावना, पूजा के लिए माने जाते हैं। जिससे उत्तर प्रदेश का नाम देश एवं विदेश में प्रसिद्ध है। इस दौरान विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शनी एवं स्टॉल भी लगाये गये। इस दौरान विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टाल एवं प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। जिसमें कृषि विभाग, उद्योग विभाग, डिजिटल उत्तर प्रदेश, साईबर सुरक्षा, खादी एवं ग्रामोद्योग, ग्राम्य विकास विभाग, जिला पूर्ति विभाग, होम्योपैथिक, मत्स्य, स्वास्थ्य, शिक्षा, पुलिस, कौशल विकास, स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों आदि स्टाल लगाये गये है।
इस दौरान सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्रदर्शनी लगाकर प्रचार साहित्य का वितरण कर सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन बेसिक शिक्षा विभाग के जिला समन्वयक अजीत उपाध्याय ने किया। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी मोहम्मद अहमद फरीद खान, जिला विकास अधिकारी रामसमुझ, जिला समाज कल्याण अधिकारी डा0 अमरनाथ यति, जिला विद्यालय निरीक्षक मिथलेश कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमिता सिंह, सहायक निदेशक मत्स्य सुरेश कुमार, जिला उद्यान अधिकारी दिनेश चौधरी, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी रोशन लाल पुष्कर, खण्ड शिक्षा अधिकारी हरिहरपुररानी सुनीता वर्मा, जिलाधिकारी आशुलिपिक चन्द्रमौली श्रीवास्तव, स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक राजकुमार त्रिपाठी, हरिगेन्द्र वर्मा, सहित समस्त खण्ड विकास अधिकारीगण एवं अन्य अधिकारी/कर्मचारीगण, अध्यापक/अध्यापिकाएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली छात्र-छात्राएं एवं भारी जनसैलाब उपस्थित रहा।