बदलता स्वरूप पटना। रविवार को मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन से नाता तोड़ एनडीए के साथ नई सरकार का गठन कर नौंवी बार मुख्यमंत्री बने हैं और नए मंत्री मंडल के कुछ मंत्रियों को शपथ भी दिलाई गई। बिहार में सत्ता शासन परिवर्तन के साथ नव गठित मंत्रिमंडल में ढाका विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक पवन जायसवाल को मंत्रीमंडल में स्थान देने की पुरज़ोर मांग उठने लगी है। गौरतलब हो कि लेफ्टिनेंट महेंद्र प्रसाद चौधरी के पुत्र पवन कुमार जायसवाल भारतीय जनता पार्टी बिहार के एक जुझारू व कर्मठ नेता माने जाते हैं और बिहार में ढाका विधान सभा के दो कार्यकाल के सदस्य हैं। जायसवाल ने 2010 में ढाका से निर्दलीय और 2020 में भाजपा के टिकट पर यहां से जीत हासिल की थी। उन्हें सभी वर्गों के लोगों का चहेता माना जाता है और क्षेत्र के सबसे पसंदीदा व लोकप्रिय जनप्रतिनिधियों में से एक माना जाता है। साथ ही साथ समाज हित में उनके कार्यों को देखते हुए अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. गिरीश कुमार संघी ने उन्हें अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन बिहार प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेवारी भी सौंपी है। राष्ट्रीय वैश्य महासभा के प्रदेश प्रवक्ता सह प्रदेश महासचिव संजय जायसवाल ने हमारे सहयोगी व समाजसेवी ईं आरके जायसवाल के साथ बातचीत में बताया कि प्रदेश के अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ ढाका विधानसभा क्षेत्र सहित जिले के कई गण्यमान् व्यक्तियों, समाजिक संगठनों, अनेकों जनप्रतिनिधियों सहित समाज के सभी वर्गो के लोगों ने विधायक पवन जायसवाल को बिहार के अगले मंत्रीमंडल विस्तार में शामिल करने की पुरज़ोर तरीके से मांग कि है।
मांग करने बाले कई संगठनों में नौनियार महासभा, तैलिक साईं सभा, राष्ट्रीय वैश्य महासभा, चेम्बर्स आफ कामर्स, कानू सभा, अखिल भारतीय वैश्य महासभा, चौरसिया जिला संध, जायसवाल सेवा समिति व कई यूवा संगठनों सहित जिले व प्रदेश के अनेकों गण्यमान् व्यक्ति शामिल हैं। साथ ही इन लोगों का कहना है कि विधायक जायसवाल के द्वारा अनेक सराहनीय कार्य समाज के हितों में किया गया है जो मिशाल देने योग्य है। जैसे कोरोना महामारी के दौरान उनके द्वारा समाज कि जीवन रक्षा के मद्देनजर किया गया काम, सामूहिक विवाह समारोह व सैकड़ों क्षेत्रीय समस्याओं को उनके द्वारा समय रहते निदान किया गया है। जिसके वजह से वे क्षेत्र के लोगों कि प्रेरणा श्रोत के साथ आंखों का तारा बने हुए हैं।
