दुनिया समझे हारा, पर मैं न हिम्मत हारा – रोमी

आतिशबाजी के साथ हुआ वार्षिकोत्सव का समापन

बदलता स्वरूप गोन्डा। ददुआ बाजार स्थित श्री श्याम मन्दिर के 20वां वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में सोमवार को स्थानीय भजन गायक पुनीत बंसल, चंदू मित्तल, गोकुल शर्मा, परमानंद शर्मा, के अलावा बाबा श्याम की लाड़ली भजन गायिका मानसी अग्रवाल, रोहित शर्मा,पंकज निगम ने आदि भजनों की हाजिरी लगाई। उसके बाद खलीलाबाद से सुप्रसिद्ध भजन गायक सरदार रोमी ने गाया , तेरे होते बाबा क्यूं खुद को समझूं हारा।दुनिया समझे हारा पर मैं न हिम्मत हारा।। ,”आ गया शरण में तेरी बस इतनी भीख दें दें। ज़िन्दगी कैसे जिये हमें भी सीख दे दे।। ,”वो मेंरा सांवरियां घर आया भर भर आयें नैन हमारे।
दीनो के घर श्याम पधारे,मेरा मान बढ़ाया।। ” मेरे सर पर सदा तेरा हाथ रहे।मेरा बाबा हमेशा मेरे साथ रहे.. आदि भजनों की प्रस्तुति दी। उसके बाद कोलकाता से भजन विकास रूइया ने गाया, लीले की करके सवारी-सवारी आओ जरा आओ मेरे श्याम बिहारी ….क्या पाया है दर तेरे आकर तू जाने या मै जानूं …मेरे बांके बिहारी लाल, हमें थारी याद सतावें रे …तेरे होते बाबा क्यूं खुद को समझूं हारा।दुनिया समझे हारा पर मैं न हिम्मत हारा ..आदि भजनों पर श्याम प्रेमी खूब झूमे। वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का समापन आतिशबाजी से हुई।सभी भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।इस दौरान अनिल मित्तल,गोविंद जालुका, सुशील पचेरिया,अरिहंत जैन, विमलेश सिंघल,उत्कर्ष सिंघल,विशाल बंसल ,पुनीत बंसल,राम मनोहर अग्रवाल,मंयक अग्रवाल, नितेश जालान,चंदू मित्तल, नितेश मित्तल,सरोज अग्रवाल, प्रेम लता सिंघल,बेनू अग्रवाल,सरोज गर्ग, नीतू गर्ग, सहित भारी संख्या में श्याम प्रेमी मौजूद रहे।