जानें इस सीट का पूरा समीकरण
बृजेश सिंह विशेष संवाददाता
बदलता स्वरूप गोंडा। यूपी की 80 लोकसभा सीट में एक सीट कैसरगंज लोकसभा भी आती है। कैसरगंज लोकसभा सन 1952 में स्थापित की गई और कैसरगंज लोकसभा सीट में पांच विधानसभा आती है। हिंदू महासभा और बाद में भारतीय जन संघ से जुड़ी शकुंतला नायर का गोंडा से खास नाता रहा है। शकुंतला नायर आईसीएस अधिकारी केके नैयर की पत्नी थीं, वर्ष 1949 में जब अयोध्या में राम जन्मभूमि पर रामलला का प्रकाट्य हुआ तब के के नैयर उस समय फैजाबाद के जिला मजिस्ट्रेट थे। शकुंतला नायर ने पहले आम चुनाव में हिंदू महासभा के प्रत्याशी के रूप में गोंडा पश्चिम कालांतर में कैसरगंज सीट से जीत दर्ज की बाद में वह भारतीय जन संघ के प्रत्याशी के रूप में 1967 व 1971 के आम चुनाव में कैसरगंज सीट से जीत कर चौथी बार लोकसभा के सदस्य बनीं। आईसीएस से त्यागपत्र दे चुके उनके पति के के नैयर भी 1967 में भारतीय जन संघ के उम्मीदवार के रूप में पड़ोस की सीट बहराइच से जीत कर लोकसभा पहुंचे। पति-पत्नी दोनों चौथी लोकसभा के सदस्य थे। सुचिता कृपलानी 1963 से 1967 तक उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रहीं। 1967 में हुए आम चुनाव में वह गोंडा सीट से जीतकर लोकसभा पहुंची उसके बाद से अन्य नेताओं ने भी स्थिति पर अपना हाथ आजमाया लेकिन बड़ी सफलता बेनी प्रसाद वर्मा को मिली। बेनी प्रसाद वर्मा कैसरगंज से कई बार लोकसभा के सदस्य रहे, उसके बाद उस सीट पर बाहुबली सांसद बृजभूषण शरण सिंह का दबदबा कायम रहा। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में 51 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। बीजेपी की पहली लिस्ट में मौजूदा सांसदों को ही टिकट दिया गया है, वहीं बहुत जल्द ही बीजेपी की दूसरी लिस्ट भी जारी होगी और माना जा रहा है कि बीजेपी की दूसरी लिस्ट में कई सांसदों के नाम काटे जा सकते हैं। इसमें सबसे अधिक नाम यूपी की कैसरगंज लोकसभा सीट का है, क्योंकि माना जा रहा है बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर लगे महिला पहलवानों के आरोपों के बाद इस सीट पर बीजेपी किसी दूसरे चेहरे को टिकट दे सकती है। इस सीट पर बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पिछले तीन चुनावों से जीतते आ रहे हैं और इस सीट पर उनका दबदबा है। कैसरगंज लोकसभा सीट में गोंडा की तीन विधानसभा सीट जिसमें कटरा बाजार, करनैलगंज और तरबगंज और पड़ोसी जनपद बहराइच की दो लोकसभा सीट में पयागपुर और कैसरगंज विधानसभा आती हैं। कुल मिलाकर कैसरगंज लोकसभा में पांच विधानसभा सीट है। साल 2014 लोकसभा चुनाव के परिणाम की बात की जाए तो यहां से बीजेपी से बृजभूषण शरण सिंह ने समाजवादी पार्टी के विनोद कुमार सिंह को पराजित किया था और 2019 लोकसभा सीट के चुनाव की बात की जाए तो बृजभूषण शरण सिंह ने बीजेपी की टिकट पर जीत हासिल की थी और बसपा से चंद देव राम यादव ने हार का सामना किया था। कैसरगंज संसदीय क्षेत्र में 15 बार चुनाव हुए जिसमें सबसे अधिक बार समाजवादी पार्टी का कब्जा रहा, तीन बार कांग्रेस ने जीत हासिल की और दो बार बीजेपी ने जीत हासिल की और तीन बार भारतीय जन संघ पार्टी इस सीट पर जीत हासिल की। सन 1980 में इस लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने बाजी मारी थी, फिर साल 1991 में रामलहर के चलते यह सीट बीजेपी के खाते में गई थी। साल 1996 से लगातार पांच बार समाजवादी का पार्टी का कब्जा रहा, 1996, 1998, 1999 व 2004 में बेनी प्रसाद वर्मा ने जीत हासिल की थी। बेनी प्रसाद वर्मा कांग्रेस पार्टी से जीत हासिल करने के बाद इस्पात मंत्री भी बने थे। वहीं 2009 में समाजवादी पार्टी से बृजभूषण शरण सिंह ने जीत दर्ज की थी। सपा छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे बृजभूषण शरण सिंह। साल 2014 में राम लहर आने के बाद बृजभूषण शरण सिंह ने समाजवादी पार्टी को छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था और बीजेपी से इस सीट पर जीत हासिल की थी. फिर साल 2019 के चुनाव में भी बीजेपी के टिकट पर बृजभूषण शरण सिंह ने जीत हासिल की थी। बृजभूषण शरण सिंह कैसरगंज लोकसभा सीट पर जीत दर्ज करने के बाद भारतीय कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। कैसरगंज लोकसभा सीट के जातिगत आंकड़े इस प्रकार है, कैसरगंज का कुछ इलाका ठाकुर बहुल्य है, जबकि गोंडा के तीन विधानसभा सीट का जो हिस्सा है वह ब्राह्मण बाहुल्य माना जाता है, ठाकुर और ब्राह्मणों का वोट ज्यादा है। 2009 के आंकड़ों की बात की जाए तो यहां पर कुर्मी बाहुल्य होने की वजह से बेनी प्रसाद वर्मा का दबदबा रहा है। फिर नए परिसीमन के बाद जातिगत आंकड़े काफी हद तक बदल गए हैं। कैसरगंज लोकसभा सीट में अल्पसंख्यक वोटरों की अच्छी खासी तादात है। साल 2011 की जनगणना के अनुसार कैसरगंज तहसील की कुल 824786 आबादी में से 3 लाख 4982 मुस्लिम वोटो की संख्या है। वहीं तरबगंज विधानसभा में कल 371773 मतदाता हैं, जिसमें से पुरुष मतदाता 198148 और महिला मतदाता 173607 हैं। इसके साथ ही यहां पर 18 थर्ड जेंडर के मतदाता हैं. वहीं कर्नलगंज विधानसभा सीट में कुल मतदाता 334203 हैं, जिसमें से पुरुष मतदाता 177854 हैं तो वहीं महिला मतदाता 156327 हैं और यहां पर 22 थर्ड जेंडर के मतदाता हैं। कटरा बाजार विधानसभा में कुल मतदाता 396936 हैं, जिसमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या 211098 है, यहां पर थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 13 है। कैसरगंज विधानसभा सीट में कुल मतदाताओं की बात की जाए तो 389690 हैं, जिसमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या लगभग 260000 के करीब है और महिला मतदाताओं की संख्या 183000 है. पयागपुर विधानसभा में कुल वोटरों की संख्या 387399 है, जिसमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या 248000 के करीब है और महिला मतदाताओं की संख्या 182000 है।