बदलता स्वरूप गोण्डा। दिव्यांग कोच में यात्रा कर रहे पिता पुत्र का बैग नगदी व एक मशीन भूल बस ट्रेन में ही छूट गया था लेकिन रेल प्रशासन की सजगता से उन्हें अपना खोया हुआ बैग नगदी व एक टैटू बनाने वाली मशीन वापस मिल गया और उसने आरपीएफ को कहा थैंक्स। प्राप्त सूचना के अनुसार जयजयराम पुत्र श्यामंता निवासी चिर्रीपुर मेडरिया थाना सिरसिया जनपद श्रावस्ती जो गाड़ी संख्या 15009 में सामान्य यात्रा टिकट संख्या AEB01106948 के साथ गोरखपुर से तुलसीपुर रेलवे स्टेशन तक अपने दिव्यांग पुत्र के साथ उक्त गाड़ी के दिव्यांग कोच में यात्रा के दौरान तुलसीपुर स्टेशन पर ट्रेन से उतरते समय अपना एक काले रंग का बैग जिसमें 19000 रुपए, टैटू बनाने वाली मशीन और टैटू डिजाइन एल्बम के साथ कोच में ही भूलवश छोड़ दिया था। जिसकी सूचना उसने स्टेशन मास्टर तुलसीपुर के माध्यम से सुरक्षा नियंत्रण कक्ष रेसुब लखनऊ को दी थी। सुरक्षा नियंत्रण कक्ष लखनऊ से प्राप्त उपरोक्त सूचना पर उक्त गाड़ी में कार्यरत रेसुब अनुरक्षण टीम द्वारा बैग को सुरक्षित बरामद कर आरपीएफ पोस्ट गोडा पर लाकर प्राप्त कराया गया था एवं इसकी सूचना उक्त यात्री को भी दी गई थी। यात्री जय जयराम आरपीएफ पोस्ट गोडा पर उपस्थित हुआ एवं वहां उपस्थित एएसआई लाल साहब सिंह को ट्रेन में छूटे उपरोक्त सामान के संबंध में अवगत कराते हुए सामान की मांग की गई। आरपीएफ पोस्ट पर रखे गए सामान को दिखाए जाने पर उसके द्वारा उक्त बैग एवं उसमें रखे सामान का पहचान कर बताया कि यही मेरा सामान है। जांच पड़ताल के उपरांत एएसआई लाल साहब सिंह द्वारा उक्त सामान जिसमें एक काले रंग का बैग, उसमें रखी टैटू बनाने वाली मशीन व टैटू डिजाइन एल्बम कीमती लगभग 5500 रुपए एवं 19500 रुपए नकद यात्री जय जयराम को ठीक-ठीक सुपूर्द कर दिया गया। यात्री द्वारा रेसुब के प्रशंसनीय कार्य की सराहना की गई।
