बदलता स्वरूप लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल द्वारा यात्री सुविधाओं के उन्नयन एवं परिचालन सुगमता हेतु मूलभूत ढ़ांचे में विस्तार के क्रम में गोंडा-बुढ़वल खंड (61.72 किमी.) पर तीसरी रेल लाइन निर्माण परियोजना के प्रथम चरण में गोंडा कचहरी-करनैलगंज खंड 23.65 किमी. का 25,000 वोल्ट ए.सी क्षमता के नई विद्युतकर्षण युक्त तीसरी रेल लाइन खण्ड के संरक्षा परीक्षण के दूसरे दिन आज रेल संरक्षा आयुक्त, पूर्वोत्तर परिमंडल, प्रणजीव सक्सेना द्वारा पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निर्माण अभय कुमार गुप्ता, मुख्य विद्युत इंजीनियर व निर्माण ओ.पी.सिंह, मुख्य विद्युत वितरण इंजीनियर सुरेश कुमार तथा लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबन्धक आदित्य कुमार, अपर मण्डल रेल प्रबन्धक इंफ्रा0 राजीव कुमार समेत मंडल व निर्माण संगठन के अधिकारियों की उपस्थिति में मैजापुर – गोंडा कचहरी के मध्य निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान रेल संरक्षा आयुक्त अन्य अधिकारियों के साथ मोटर ट्राली से मैजापुर-गोण्डा कचहरी रेल खण्ड के मध्य विद्युतीकरण के निमित्त बनी तीसरी नई लाइन के संरक्षा निरीक्षण हेतु रवाना हुए। इस दौरान श्री सक्सेना ने मैजापुर-गोण्डा कचहरी स्टेशनों के मध्य स्टेशन यार्ड पर पॉइंट एवं क्रॉसिंग, ब्लॉक सेक्शन मे अवस्थित कर्व की नपाई , समपार संख्या – 269 स्पेशल, ब्रिज संख्या 357 तथा मेजर ब्रिज संख्या- 363 एवम् 359 का व्यापक संरक्षा निरीक्षण किया तथा विद्युतीकृत रेल खण्ड की कार्य प्रणाली के अनुरुप समपारों की कार्यशीलता एवं संरक्षा को परखा। इसके उपरांत , रेल संरक्षा आयुक्त ने गोण्डा कचहरी रेलवे स्टेशन पहुॅचने पर तीसरी रेल लाइन एवं विद्युतीकृत रेल खण्ड के मानक के अनुरूप सेफ्टी अभिलेखों, यार्ड प्लान, स्टेशन वर्किंग रुल के अपडेशन, प्लेटफार्म क्लियरेंस, पॉइंट क्रासिंग, सिगनलिंग, बैलास्ट, इलेक्ट्रोनिक इन्टरलॉकिंग, बैटरी रूम, रिले रूम आदि का संरक्षा के दृष्टिगत निरीक्षण किया तथा ट्रेन परिचालन से संबन्धित रेलकर्मियों से संरक्षा संबंधी प्रश्न पूछकर संरक्षा कार्य कुशलता परखी । निरीक्षण के उपरान्त अधिकतम गति से तीसरी विद्युत लाइन पर स्पेशल ट्रेन से स्पीड ट्रायल के दौरान सीआरएस स्पेशल 120 किमी प्रति घंटे की अनुमेय गति से गोण्डा कचहरी- करनैलगंज स्टेशनों के मध्य चलाई गई। रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण के दौरान गोण्डा कचहरी – करनैलगंज के मध्य किया गया गति परीक्षण सफल रहा। गोंडा-बुढ़वल खंड पर तीसरी रेल लाइन के निर्माण पर रू. 714.34 करोड़ की लागत आयेगी। इस तीसरी रेल लाइन का कार्य चार चरणों में पूरा किया जाना है। परियोजना के द्वितीय चरण में करनैलगंज-घाघरा घाट (21.77 किमी.), तृतीय चरण में घाघरा घाट-बुढ़वल (11.77 किमी.) तथा चतुर्थ चरण में गोंडा जं.-गोंडा कचहरी 4.88 किमी. खंड का कार्य पूरा करने की योजना है। तीसरी लाइन निर्माण परियोजना उत्तर प्रदेश के गोंडा, बहराइच एवं बाराबंकी जनपदों में अवस्थित है। इस परियोजना के अंतर्गत सरयू नदी पर 01 महत्वपूर्ण रेल पुल सहित 10 बड़े एवं 36 छोटे पुलों का कार्य सम्मिलित है। गोंडा कचहरी-करनैलगंज स्टेशनों के मध्य कुल 04 बड़े एवं 24 छोटे पुल तथा 02 आर.यू.बी. बनाये गये हैं। इस खंड पर गोंडा कचहरी, मैजापुर एवं करनैलगंज क्रासिंग तथा कठोला एवं कस्तूरी हाल्ट स्टेशन हैं, जिनके लिये अलग से नई स्टेशन बिल्डिंग का निर्माण किया गया है।गोंडा से बुढ़वल तक तीसरी लाइन बन जाने से यात्रा समय में कमी आयेगी तथा लाइन क्षमता में बढ़ोत्तरी होगी, जिससे इस रूट पर और अधिक ट्रेनों का संचलन हो सकेगा। । आम जनता से अपील की जाती है कि आज से इस रेलखण्ड को तीसरी लाइन युक्त एवं विद्युतीकृत समझें और नए विद्युतीकृत रेलवे ट्रैक तथा ओवर हेड लाइन से सुरक्षित दूरी बनाये रखें । इस अवसर पर लखनऊ मण्डल के वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबंधक, वरिष्ठ मण्डल संरक्षा अधिकारी, वरिष्ठ मण्डल इंजीनियर/समन्वय, वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबन्धक/सा0, वरिष्ठ मण्डल यांत्रिक इंजीनियर/समन्वय, वरिष्ठ मण्डल इंजीनियर/।।।, वरिष्ठ मण्डल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर, वरिष्ठ मण्डल विद्युत इंजीनियर (टीआरडी), वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर(सा0), वरिष्ठ मण्डल विद्युत इंजीनियर (परि0) एवं अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
