जिलाधिकारी ने राहत एवं बचाव कार्यों की स्थित से मुख्यमंत्री को कराया अवगत, मृतकों के परिजनों को मिले 4 लाख
बदलता स्वरूप श्रावस्ती। प्रदेेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित जनपद श्रावस्ती का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री तहसील भिनगा के अन्तर्गत राप्ती बैराज पहुंचकर बाढ़ के दौरान जिन 11 लोगों को रेस्क्यू किया गया था, एक-एक से भेंट कर हालचाल जाना। भेंट के दौरान मुख्यमंत्री ने मौजूद बच्चों को दुलारा साथ ही उन्हें टॉफी व बिस्किट भी प्रदान किया। ज्ञातब्य हो कि 06 जुलाई को बाढ़ के दौरान जिन 11 लोगों का रेस्क्यू किया गया था, जिनमें महिला रेखा देवी एवं गांव के गाइड तथा पीएसी फ्लड के जवानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। विगत 06 जुलाई 2024 को जनपद में अतिवृष्टि एवं नेपाल से अत्यधिक पानी आने से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी जिस कारण तहसील जमुनहा अर्न्तगत ग्राम भरथा केवटनपुरवा के 11 श्रमिक जो कि परवल की खेती कार्य कर रहे थे, अचानक राप्ती नदी की तेज धारा व एक अन्य नाले की धारा के बीच त्रिभुजाकार स्थान पर फंस गये। जलस्तर बढ़ने के कारण पानी धीरे-धीरे इनके घुटनों तक आ गया, जिस कारण इनके सामने जीवन संकट जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी जिसकी सूचना साय 7.00 बजे उन्ही के मध्य फंसी श्रमिक श्रीमती रेखा देवी द्वारा बाढ़ कन्ट्रोल रूम को उपलब्ध करायी गयी। इस स्थिति में समयबद्ध बचाव कार्य करना नितांत आवश्यक एवं चुनौतीपूर्ण हो गया था, इसलिए तत्काल जिला प्रशासन द्वारा फ्लड पी0ए0सी0 के माध्यम से रात्रि में 8.00 बजे से बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। यह बचाव कार्य बहुत ही विपरीत परिस्थितियों में चलाया गया जिसमें श्रीमती रेखा देवी का योगदान बहुत महत्वपूर्ण रहा। इस महिला द्वारा बिना घबराये प्रशासन को लगातार मोबाइल पर सूचना दी जाती रही तथा बचाव के लिए नदी में उतरे 05 फ्लड पी0ए0सी0 के जवानों को अपने स्थिति की सटीक सूचना दी गयी। प्रशासन को अगर श्रीमती रेखा देवी द्वारा मोबाइल के माध्यम से ससमय व सटीक सूचना न दी गयी होती तो यह बचाव कार्य लगभग असंभव हो जाता, इसके अतिरिक्त रात्रि में राप्ती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 1.90मी0 अधिक था, तब अदम्य साहस का परिचय देते हुए फ्लड पी0ए0सी0 के जवान क्रमशः सोनू कुमार, अमरेश कुमार सरोज, शुभम सिंह, सतीश कुमार यादव व मनोज कुमार द्वारा नदी में उतर कर फंसे हुए ग्रामीणों की खोज की गयी। इस कार्य में ग्राम भरथा केवटनपुरवा के राम उजागर द्वारा पी0ए0सी0 के मोटरबोट पर बैठकर उन्हें फंसे हुए लोगों तक ले जाया गया। सभी के संयुक्त प्रयास से यह कठिन बचाव कार्य रात्रि में 3.15 बजे पूर्ण कर लिया गया और सभी 11 ग्रामीणों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इस बचाव अभियान में निम्नवत् उल्लेखनीय योगदान हैंः-1- ग्राम भरथा केवटनपुरवा की श्रमिक रेखा देवी द्वारा प्रशासन को बिना घबराये ससमय सटीक सूचना प्रदान की गयी, जिस कारण प्रशासन को श्रमिक के फंसे होने की जानकारी व स्थिति प्राप्त हो सकी।2- ग्राम भरथा केवटनपुरवा के राम उजागर द्वारा बचाव कार्य के लिए जा रही फ्लड पी0ए0सी0 के बोट पर बैठकर उनके द्वारा पथप्रदर्शक का साहसिक कार्य किया गया।3-फ्लड पी0ए0सी0 के आरक्षी सोनू कुमार, अमरेश कुमार सरोज, शुभम सिंह, सतीश कुमार यादव व मनोज कुमार द्वारा अदम्य साहस का परिचय देते हुए रात्रि में ही सफलता पूवक बचाव अभियान को सकुशल सम्पन्न किया गया। मुख्यमंत्री ने बाढ़ के दौरान तहसील इकौना के ग्राम सेमगढ़ा के केवटन पुरवा में बाढ़ आपदा के दौरान लाल जी पुत्र डेवा एवं चेतराम पुत्र फकीर तथा ग्राम सेहरनिया में धान की रोपाई के लिए गई दो युवतियों जैनब पुत्री मोहर्रम अली एवं शाहजहां पुत्री अकबर अली, जिनके पैर फिसलने के कारण पानी में डूबने से मृत्यु हो गई थी, मृतकों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतकों के आश्रितों को 04-04 लाख रूपये इस प्रकार कुल 16 लाख रूपये की अहेतुक सहायता का डेमो चेक प्रदान किया।इस दौरान मुख्यमंत्री ने मंच से उतरकर बाढ़ से प्रभावित 10 लोगों को बाढ़ राहत सामग्री प्रदान की तथा उनका भी कुशलक्षेम जाना। बाढ़ राहत सामग्री में बाढ़ पीड़ित परिवार को 10 किग्रा चावल, 10 किग्रा आटा, आलू, भुना चूरा, दलिया, साबुन, तेल, नमक, मोमबत्ती, तिरपाल, जरी केन आदि का वितरण किया गया।मा0 मुख्यमंत्री ने बाढ़ पीड़ितों से संवाद करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ है, उन्हें हर सम्भव सहायता प्रदान की जायगी। राहत एवं बचाव कार्य में धन की कमी आड़े नही आएगी। मानव वन्यजीव संघर्ष, सर्पदंश, आकाशीय बिजली समेत अन्य आपदाओं के दौरान अपनी जान गंवाने वाले किसान और बटाईदार के परिजनों को तत्काल सहायता धनराशि दी जा रही है। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार बाढ़ पीड़ितों के दुख-दर्द में उनके साथ है। इसलिए बाढ़ पीड़ितों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होने दी जायेगी, उन्हें सरकार द्वारा हर सम्भव सहायता प्रदान की जायेगी। उन्होने बाढ़ पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। और निर्देश दिया कि जहां पर बाढ़ का पानी हो वहां पर बाढ़ पीड़ितों को राशन किट समय से मुहैया करायी जाए। इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा निर्देशित किया गया कि बाढ़ शरणालय में पके हुए भोजन एवं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को स्वास्थ्य सम्बन्धी अन्य सुविधाएं मुहैया करायी जाए। सांप के काटने की दशा में त्वरित उपचार हेतु एंटी स्नैक वेनम की दवायें पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। पशुओं के लिये चारे की व्यवस्था के साथ-साथ उनका शत-प्रतिशत टीकाकरण भी कराया जाए। सभी बाढ़ पीड़ित परिवारों को लंच पैकेट, दवायें, फस्ट ऐड किट आदि सभी व्यवस्थाएं समय से मुहैया करायी जाएं, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत न होने पाये। इस दौरान जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी द्वारा माननीय मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि राप्ती बेसिन का प्रथम जिला होने के कारण श्रवस्ती बाढ़ के प्रति अतिसंवेदनशील जनपदों में है। इस बार भी 6 जुलाई 2024 को नेपाल क्षेत्र व समग्र क्षेत्र में लगातार वर्षा होने के कारण नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 1.9 मी० उपर चला गया जिससे क्रमशः 116 गांव व 76260 आबादी बाढ़ से प्रभावित हो गयी। राहत एवं बचाव कार्य हेतु 25 मोटरबोट एवं 18 चप्पू नाव को प्रयोग करते हुये इस बाढ़ में 2280 नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। बाढ़ के दौरान 7350 लंच पैकेट 1000 राशन किट का वितरण किया जा चुका है जो लगातार जारी है। जनपद में 19 बाढ़ चौकी बनी हैं जहां मेडिकल टीम व पशु चिकित्सक तैनात हैं। स्वास्थ्य टीम ने 3286 नागरिकों का उपचार, 6402 ओ०आर०एस० पैकेट का वितरण व 13884 क्लोरीन टेबलेट का वितरण किया है। पशु चिकित्साधिकारीयों ने 344 निराश्रित गोवंश व अन्य पशुओं का उपचार एवं 1800 निराश्रित गोवंश एवं अन्य पशुओं का रेस्क्यू किया है। प्रशासन की तरफ से कृषि फसलों के नुकसान का आंकलन हेतु टीमों का गठन कर दिया गया है, जिनकी फसल क्षतिग्रस्त हो गयी है उन्हें भी सहायता दी जायेगी।इस अवसर पर मंत्री जलशक्ति स्वतंत्र देव सिंह, अध्यक्ष जिला पंचायत दद्दन मिश्रा, विधायक रामफेरन पाण्डेय, सदस्य विधान परिषद डा0 प्रज्ञा त्रिपाठी, सदस्य विधान परिषद पद्मसेन चौधरी, जिलाध्यक्ष उदय प्रकाश त्रिपाठी, आयुक्त देवीपाटन मण्डल शशि भूषण लाल सुशील, पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया, मुख्य विकास अधिकारी अनुभव सिंह, अपर जिलाधिकारी अमरेन्द्र कुमार वर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार यादव, उपजिलाधिकारीगण, सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं सभी अधिकारीगण उपस्थित रहे।
