नितिश कुमार तिवारीबदलता स्वरूप श्रावस्ती। आई.टी.सी. एवं ग्रामीण डेवलपमेंट सर्विसेस के सहयोग से जिले में आई.टी.सी. मिशन सुनहरा कल परियोजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है, जिसके तहत कलेक्ट्रेट सभागार में कार्यशाला का आयोजन जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी की अध्यक्षता में किया गया। जिसमें इस परियोजना के अन्तर्गत सीखों एवं चुनौतियों को कृषि विभाग एवं जिलााधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जीरो टेल मशीनों को अधिक मात्रा में उपलब्ध कराकर उन्नत तकनीकों का अभ्यास कराया जाए। जिससे अधिक से अधिक किसानों को लाभ मिल सके। इस परियोजना के माध्यम से प्रमुख सीखें जैसे-धान एवं गेहू में मशीनरी के उपयोग से उत्पादन का 10-15 प्रतिशत बढ़ाया जा सकता है। सोलर से किसानों के लागत में कमी आयी है एवं उत्पादन 10 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की जा सकती है। जलवायु परिवर्तन के कारण मृदा का स्वास्थ्य स्तर गिर रहा है, इसके लिए प्राकृतिक खेती के लिए किसानों में जागरूकता लाना। पशुपालन के स्वास्थ्य एवं उसके नस्ल सुधार पर जोर देना। परियोजना जिनमें जायद फसलों जैसे-मूंगफली, आलू, प्याज, एवं मचान खेती पर जोर दिया जाना। जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो सके। कार्यक्रम के अन्त में जिलाधिकारी द्वारा प्रगतिशील किसानों जिन्होने परियोजनाओं के कृषि उन्नत तकनीकों को सीखा एवं प्रयोग किया है, उन्हें सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में उप निदेशक कृषि सुरेन्द्र चन्द्र चौधरी, जिला कृषि अधिकारी अनिल मिश्र, जिले के असिस्टेंट टेक्नोलॉजी मैनेजर), ब्लॉक टेक्नोलॉजी मैनेजर एवं टेक्निकल एसीस्टेंट ग्रुप-सी, प्रोग्राम मैनेजर आई.टी.सी धनेश गर्ग, कार्यक्रम निदेशक जी.डी.एस अमिताभ मिश्र, जिला उद्यान अधिकारी, परियोजना समन्वयक नरेन्द्र पाण्डेय सहित कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकगण उपस्थित रहे।
