बदलता स्वरूप गोण्डा। जिले के एक गांव में जन्मदिन की खुशियां मातम में बदल गईं। इटियाथोक क्षेत्र के विशुनपुर संगम मधईजोत में डायरिया फैलने से दो सगी बहनों के साथ एक चचेरे भाई की मौत हो गई जबकि परिवार के अन्य छह लोग बीमार हो गए हैं। उन्हें सीएचसी इटियाथोक में भर्ती कराया गया है।परिवार के तीन मासूम बच्चों की सिल सिलेवार हुई मौत से गाँव में हाहाकार मच गया। बच्चे के जन्मदिन पर भोज का आयोजन था, जिसमें सभी ने भोजन किया। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई और एक के बाद एक तीन बच्चों की मौत हो गई। डायरिया से मौत की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में पहुंचकर छिड़काव कराया है। इटियाथोक ब्लॉक प्रमुख पूनम द्विवेदी ने भी गांव में पहुंचकर परिवार के लोगों से जानकारी ली और मदद का भरोसा दिलाया है।परिवार के मुखिया काली प्रसाद तिवारी ने बताया कि उनके पौत्र और प्रिंस के बेटे शिवा तिवारी दो वर्ष के थे, जिसका छह सितंबर को जन्मदिन था। घर में कथा के बाद शाम को भोज का आयोजन किया गया था, जिसमें परिवार के लोगों के साथ ही रिश्तेदार व संबंधी भी शामिल थे। भोज के बाद रात में सभी लोग सो गए।दूसरे दिन सात सितंबर को पौत्र शिवा की तबीयत अचानक बिगड़ गई, उसे उल्टी-दस्त शुरू हो गई। उसे गोंडा मेडिकल कॉलेज ले जा रहे थे कि वहां पहुंचने से पहले रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। शिवा का अंतिम संस्कार कर दिया गया। अगले दिन आठ सितंबर को प्रिंस के बड़े भाई मनीष तिवारी की पचीस दिन की दुधमुंही बेटी मुन्नी की भी तबीयत बिगड़ गई और उसने दम तोड़ दिया। मौत का सिलसिला यहीं नहीं थमा, सोमवार को मनीष की बड़ी बेटी पल्लवी तिवारी सात वर्ष की तबीयत बिगड़ने पर गोंडा ले गए, जहां उल्टी-दस्त के बाद उसकी भी मौत हो गई। जबकि परिवार के छह लोग और बीमार हो गए। डायरिया से मौत की सूचना पर इटियाथोक ब्लॉक प्रमुख पूनम द्विवेदी ने गांव में पहुंचकर परिवार का हाल जाना और सीएचसी अधीक्षक डॉ.सुनील पासवान के साथ-साथ सीएमओ डॉ.रश्मि वर्मा को सूचना दी। इसके बाद गांव में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डायरिया से पीड़ित सुनीता, अमन, दीपशिखा, अनीता, मुस्कान व आदर्श को सीएचसी भिजवाया।जहां सभी का इलाज चल रहा है। गांव में डायरिया फैलने की सूचना पर सफाई कर्मियों को लगाया गया है, जहां सफाई व्यवस्था हो रही है।

