महेन्द्र कुमार उपाध्याय
बदलता स्वरूप अयोध्या। आज दोपहर भोग के बाद हनुमानगढ़ी का निकास द्वार 2 अक्टूबर तक के लिए पूरी तरह बंद कर दिया गया। हनुमानगढ़ी के महंतों ने यह निर्णय रास्ते के चौड़ीकरण और विकास कार्य के लिए किया है। संकटमोचन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत संजय दास और गद्दीनशीन महंत प्रेमदास के उत्तराधिकारी डाक्टर महेश दास ने हनुमानगढ़ी स्थित धर्मसम्राट महंत ज्ञानदास के आश्रम में इसकी घोषणा की।महंत संजय दास ने कहा कि निकास द्वार के विकास कार्य का एक चरण सावन में पूरा हो चुका है। दूसरा चरण आज से 2 अक्टूबर तक होगा। तीसारा चरण बाद में आरंभ होकर हनुमान जयंती के पहले पूरा करने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि लिफ्ट की सुविधा का आरंभ दो माह में होगा। पूरी हनुमानगढ़ी का विकास कार्य पिंक सैंड स्टोन से कराया जा रहा है। इसके लिए राजस्थान के कारीगरों की टीम ने हनुमानगढ़ी का निरीक्षण किया है।गद्दीनशीन महंत प्रेमदास के उत्तराधिकारी डाक्टर महेश दास ने बताया कि निकास द्वार बनने के बाद उसके ऊपर की सीढ़ी जहां वर्तमान में चैनल गेट है वहां दो गेट लगाया जाएगा। हनुमानगढ़ी का गर्भगृह अभी करीब 10 वर्ग फिट है जो कि करीब 25 वर्ग फिट का बनेगा। हनुमान जी के चारो ओर का बरामद और चौड़ा होगा। यह सब निर्णय अयोध्या में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए उनकी सुविधा के लिए हनुमानगढ़ी के संतों-महंतों के निर्णय से किया जा रहा है।
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