श्रृंगी ऋषि धाम और दशरथ समाधि स्थल का कायाकल्प होगा

राजा दशरथ द्वारा यहीं कराया गया था पुत्रेष्टि यज्ञ, पुरोहित श्रृंगी ऋषि का है निवास स्थान

विश्वनाथ शुक्ला बदलता स्वरूप अयोध्या। अयोध्या तीर्थ विकास परिषद के मुख्य कार्यपालक अधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने दशरथ समाधि स्थल और श्रृंगी ऋषि धाम का निरीक्षण किया। ग्रामीणों ने पर्यटकीय सुविधाओं के विकास के लिए कई मांगें रखीं। शर्मा ने स्थल के सौंदर्याकरण और पर्यटक सुविधाओं के विकास के निर्देश दिए, जिनमें शामिल हैं।फर्नीचर, टीन शेड, सोलर लाइट की व्यवस्था 100 मीटर पक्का घाट और पुराने चेंज रूम का जीर्णोद्धार अतिरिक्त टॉयलेट और सेल्फी प्वाइंट विशाल शिलालेख और वाटर फेसिंग जंजीर भू-दृश्य आदि की स्थापना इसके अलावा उन्होंने आश्रम की भूमि की पैमाइश के लिए एसडीएम से पत्राचार करने का निर्देश दिया।संतोष शर्मा ने अयोध्या तीर्थ विकास परिषद के कामों में सम्मिलित पर्यटकों की सुविधा के दृष्टिगत प्राचीन स्थान के सौंदर्याकरण कराये जाने के उद्देश्य से स्थल पर उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि आरक्षित भूमि पर पर्यटकों के बैठने के लिये फर्नीचर, टीन शेड, सोलर लाइट की व्यवस्था जरूरी है।सरयू नदी के घाट पर 100 मीटर पक्का घाट, पुराने बने चेंज रूम का जीर्णोद्धार, एक अतिरिक्त टॉयलेट, एक सेल्फी प्वाइंट, आश्रम की पहचान के लिए विशाल शिलालेख, श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत वाटर फेसिंग जंजीर के साथ भू-दृश्य आदि की स्थापना के लिए डीपीआर तैयार कर परिषद के कार्यालय में तीन दिन के अंदर पेश करने का निर्देश दिया।हर पूर्णिमा पर लगता है मेला इसके अतिरिक्त उपस्थित ज्वांइट सीईओ को निर्देशित किया कि एसडीएम सदर श्रृंगी ऋषि आश्रम धाम की भूमि की पैमाइश हेतु पत्राचार कर आख्या प्राप्त की जाए।इस स्थल पर राजा दशरथ द्वारा कराये गये पुत्रेष्टि यज्ञ के पुरोहित श्रृंगी ऋषि का निवास था। यहां हर पूर्णिमा पर मेला लगता है तथा साल की प्रत्येक कार्तिक पूर्णिमा और चैत्र की रामनवमी को विशाल मेला लगता है। मेला में दूर-दराज और आस-पास के गांवों के लगभग 50 हजार लोग सम्मिलित होते है। यह स्थान सरयू नदी के किनारे पर स्थित है।इस स्थान पर शंकर जी का मंदिर, गुरु रविदास मंदिर, राम जानकी मंदिर, शनि मंदिर, दुर्गा मंदिर बने है।प्राचीन श्रृंगी ऋषि और माता शान्ता देवी की समाधि स्थल है। ऐसी मान्यता है कि अगर कोई आकर यहां कोई मन्नत मानता है तो उसकी मनोकामना जरूर पूरी होती है।