अधिकारियों के विरुद्ध संघ ने फूंका विगुल

तानाशाही स्थानांतरण बर्दास्त नहीं-अध्यक्ष बृजेंद्र सिंह

अतुल श्रीवास्तव

बदलता स्वरूप गोण्डा। राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ के क्षेत्रीय कार्यालय नई हाईडिल कॉलोनी पर गायत्रीपुरम में संगठन की आकस्मिक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय प्रचार सचिव नीरज तिवारी ने किया। बैठक का प्रमुख मुद्दा विगत दिनों अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण मंडल द्वारा अनियमित एवं मनमाने तरीके से तकनीकी कर्मचारियों का वर्ष के बीच में स्थानांतरण करने का था। संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रुपेश सोनी ने कहा कि अधीक्षण अभियंता द्वारा स्थानांतरण नीति के विरुद्ध जाकर कर्मचारियों के शोषण के उद्देश्य यह स्थानांतरण किया गया है, जिसमें अनेकों असमानताएं उत्पन्न हुई हैं। उन्होंने कहा कि काफी समय से एक ही जगह पर कार्यरत किसी भी संविदा अथवा अन्य संवर्ग का स्थानांतरण नहीं किया गया है। जबकि नव नियुक्त तकनीकी कार्मिकों का मनमाने ढंग से खंड से बाहर स्थानांतरण कर दिया गया है। क्षेत्रीय अध्यक्ष राकेश यादव ने स्थानांतरण पर सवाल उठाते हुए कहा कि अधीक्षण अभियंता द्वारा किए गए स्थानांतरण में अनेकों घपले हुए हैं कुछ कृपा पात्रों को एक ही खंड में एक उप केंद्र से दूसरे को केंद्र पर स्थानांतरित कर दिया गया, जबकि कुछ कार्मिकों को शोषण के उद्देश्य से शहर से अथवा उनके कार्यस्थल से काफी दूर स्थानांतरित कर दिया गया है। वर्ष के बीच में स्थानांतरण से कर्मचारियों में अत्यंत ही आक्रोश एवं असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है क्योंकि कार्मिकों के बच्चों का स्कूलों में एडमिशन की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है ऐसे में स्थानांतरण किए जाने से उनके शिक्षा एवं पारिवारिक जीवन पर अत्यंत ही बुरा प्रभाव पड़ेगा। संघ के जिलाध्यक्ष बृजेंद्र सिंह ने कहा कि स्थानांतरण के दौरान किस नियम का पालन किया गया है तथा उद्देश्य क्या है यह अधीक्षण अभियंता को भी नहीं पता है। संघ ने पूर्व में ही इस संदर्भ में वार्ता कर अनावश्यक स्थानांतरण न करने का अनुरोध किया था। परंतु अधीक्षण अभियंता की हठधर्मिता के कारण कार्मिकों का स्थानांतरण किया गया है जो संदेह के दायरे में है। क्षेत्रीय सचिव नरेंद्र मिश्रा ने कहा कि स्थानांतरण उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन की नीति के तहत जनमानस व निगम हित में वरिष्ठता के क्रम में एकरूपता में होता, परंतु वर्तमान में चल रहे स्थानांतरण में अधीक्षण अभियंता द्वारा न तो सर्किल स्तर पर और न ही डिवीजन स्तर व जोन स्तर पर कर्मचारियों की वरिष्ठता सूची को ध्यान में न रखकर मनमाने तरीके से गैर स्थानांतरण नीति के नियमों की अनदेखी कर सर्किल स्तर व डिविजन स्तर पर सिर्फ एक संवर्ग का स्थानांतरण किया गया है, जो न तो विधि सम्मत है और न ही कर्मचारियों को नैसर्गिक न्याय मिलने की संभावना है। जिला सचिव सतीश गुप्ता ने कहा कि अधीक्षण अभियंता को पत्र लिखकर नियम विरूद्ध किए गए सभी स्थानांतरण को तत्काल निरस्त करने का अनुरोध किया गया है। स्थानांतरण निरस्त न किए जाने की स्थिति में संगठन अधीक्षण अभियंता कार्यालय सम्मुख विरोध प्रदर्शन करने हेतु बाध्य होगा। बैठक की अध्यक्षता कर रहे नीरज तिवारी ने कहा कि विगत कुछ माह से टेक्नीशियन संवर्ग का लगातार शोषण किया जा रहा है किसी भी प्रकार की कार्रवाई हेतु टेक्नीशियन संवर्ग को लगातार टारगेट किया जा रहा है जबकि इस संबंध को किसी भी प्रकार का लाभ अथवा अधिकार प्रबंधन द्वारा दिया ही नहीं गया है । उपरोक्त स्थानांतरण पर आवश्यक कार्रवाई हेतु उच्च स्तर पर पत्र प्रेषित किया गया है। बैठक में अमित सिंह ,ललित चौधरी ,अमित कुमार, मुकुट राम, धर्मेंद्र शर्मा ,राहुल गुप्ता ,अवधेश शर्मा, मनोज कुमार, इंद्र कुमार यादव ,संतोष कुमार यादव ,राजकुमार वर्मा ,मोहम्मद आरिफ व जनपद के समस्त टेक्नीशियन शामिल रहे।