व्यवसायी को परिवार समेत जान से मारने की धमकी

मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री व शीर्षस्थ अधिकारियों से कार्रवाई की मांग

बदलता स्वरूप प्रयागराज। एक परिवार द्वारा जमीन की रजिस्ट्री न करते हुए बल्कि उल्टे ही जान से मारने की धमकी दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। हथिगंहा निवासी राजेंद्र पाण्डेय पुत्र स्व.अवध बिहारी पाण्डेय के अनुसार जमीन देने का रजिस्टर्ड एकरारनामा एक लाख रुपया एडवांस लेकर रामनारायन पुत्र स्व.सरजू प्रसाद निवासी नसरतपुर सिकंदरा फूलपुर प्रयागराज ने किया था, एक लाख लेने के बाद शेष तीन लाख नब्बे हजार मिलते ही जमीन बैनामा करने की बात हुई थी परन्तु अचानक रामनरायन की मृत्यु हो गई कुछ समय बाद राजेन्द्र पाण्डेय ने उनके वारिसान सुशीला देवी, लकी मौर्य से शेष पैसा तीन लाख नब्बे हजार लेकर रजिस्टर्ड एकरारनामे के अनुसार जमीन रजिस्ट्री करने को कहा, लगातार आश्वासन देने के बावजूद बिना बताए धोखा देते हुए इन्होंने जमीन दूसरे के हाथ बेच दी। यह जानकर राजेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि या तो शेष पैसा लेकर जमीन उन्हें बैनामा करें अथवा उनकी मेहनत की कमाई का एक लाख रुपया ब्याज सहित उन्हें लौटा दें। राजेन्द्र पाण्डेय जब-जब कहते तब-तब ये विभिन्न समस्या बताकर समय मांगते रहे और पैसा देने में टाल मटोल करते रहे, इनकी नीयत खराब होते देख पाण्डेय ने पुलिस व प्रशासन से शिकायत करने की बात कही तो लकी मौर्य इसके अन्य साथी असलहे के दम पर धमकी दी कि अगर किसी को खबर की तो पैसा भी नहीं देंगे, हाथ पैर तोड़ देंगे, तेजाब काण्ड कर देंगे या जान से मार देंगे, न कोई भी आज तक कुछ कर पाया है, न ही आगे कोई भी कुछ कर पाएगा। भयवश राजेन्द्र पाण्डेय लम्बे समय तक चुप रहे कुछ समय बाद बेटी की शादी को देखते हुए लकी मौर्य से पैसे के लिए कहने लगे तो राजेन्द्र पाण्डेय व उनके परिजनों को अब रास्ते में रोककर तेजाब से जलाने, जान से मारने सहित तरह-तरह की धमकियां दी। राजेंद्र पांडे ने बताया लकी मौर्य का भू-माफियाओं सहित अन्य अत्यंत आपराधिक किस्म के लोगों के साथ उठना-बैठना है लकी मौर्य और इनके साथी कभी भी कोई भी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। इसकी शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय व केन्द्रीय गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्रियों, केन्द्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, मुख्य सचिव एम के सिंह, एसीएस गृह दीपक कुमार, एसीएस राजस्व पी गुरु प्रसाद, डीजीपी प्रशांत कुमार, अध्यक्ष राजस्व परिषद अनिल कुमार, सचिव- आयुक्त राजस्व परिषद मनीषा त्रिघाटिया, डीसी प्रयागराज मण्डल वी. वी.पंत व सीपी प्रयागराज तरुण गाबा सहित अन्य अधिकारियों से पत्र के माध्यम से भेज कर कार्यवाही की मांग की गई है।