मंदिरों को बनाएं सनातन शक्ति का केंद्र

माधवी लथा शाश्वत हिंदू ने दिया 10 लोगों को श्री अरबिंदो सम्मान

अयोध्या में तीन दिन सनातन संस्कृति पर चर्चा विमर्श

महेन्द्र कुमार उपाध्याय अयोध्या/मंदिरो को बनाएं शक्ति का केंद्र, मंदिरो से सामाजिक गतिविधियों को चलाया जाए। मंदिर ही सनातन संस्कृति के ऊर्जा का स्रोत है मंदिरो की खोई हुई शक्ति को पुनर्जागृत करने का समय आ गया है। ये बातें हैदराबाद से ओबैसी के खिलाफ़ लोक सभा चुनाव लडने वाली सुप्रसिद्ध सामाजिक नेत्री श्रीमती माधवी लथा ने आज अयोध्या के श्री हनुनानबाग सेवा संस्थान के सभागार में कही। माधवी लथा शाश्वत हिंदू प्रतिष्ठान द्वारा आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकर्ता सम्मेलन संवाद से सहमति के उद्घाटन के अवसर पर बोल रही थीं। आज शाश्वत हिंदू प्रतिष्ठान द्वारा देश के 10 जाने माने व्यक्तित्वों को श्री अरबिंदो सम्मान से सम्मानित भी किया गया।इस बार 2024 के लिए प्रथम श्रेणी प्रकृति की समृ‌द्धि,संरक्षण, संवर्धन, शैक्षिक सक्रियता के लिए दिल्ली प्रान्त से डॉ. स्मिता सुंदरम और मध्यप्रदेश प्रान्त से श्री मनोज जोशी को सम्मानित किया गया। सम्मान की दूसरी श्रेणी में धर्म का पालन,गौ सेवा, धर्म रक्षा, ज्ञान, अध्यात्म के लिए श्री महेन्द्र जोशी जी राजस्थान और सुश्री तीव्रा ठाकुर जी को बिहार प्रान्त से सम्मानित किया गया।सम्मान की तीसरी श्रेणी समाज की सेवा, शिक्षा, संस्कार, स्वरोजगार के लिए उल्लेखनीय कार्य करने के लिए डॉ. दीपक कुलकर्णी जी, मध्यप्रदेश, श्री शरदचंद्र डी.एस. जी कर्नाटक से, श्री हरीश बहुगुणा जी उत्तराखंड से और सुश्री बोधमिता श्रीवास्तव जी,बंगाल को सम्मानित किया गया है। चौथी श्रेणी में संस्कृति का संरक्षण कला-संगीत, योग-साधना, साहित्य के लिए आचार्य श्री रामकुमार शर्मा जी उत्तरप्रदेश और डॉ. सुनीता भारती जी बिहार को सम्मानित किया गया। श्रीमती माधवी लथा ने आज अपने ओजस्वी वक्तव्य में सनातन संस्कृति को संरक्षित और सुरक्षित करने पर बल दिया। आगंतुक अतिथियों का स्वागत करते हुए मेजर रमेश उपाध्याय जी ने बताया कि ये संस्था देश भर में सनातन संस्कृति के मंदिरो को सामाजिक गतिविधियों का केंद्र बनाने के कार्य में लगी हुई है। आज जरूरत है कि मंदिरो को शक्ति का केंद्र बनाया जाए इसके लिए संगठन देश भर में प्रयास कर रहा है । कार्यक्रम में महंथ श्री परशुराम दास जी, महन्त श्री जगदीश दास जी, महंत श्री शशिकांत दास जी, कथाकार श्री चंद्रांसु जी महराज, श्री किशोर मोहता जी,संगठन के राष्ट्रीय संयोजक संजय शर्मा, श्री राकेश शर्मा जी,भाई उदय वीर शर्मा जी, श्री मनीष जायसवाल , श्री मनोज लोहिया, श्री दुर्गेश पांडे, श्री रोनित कश्यप सहित अनेकों गणमान्य लोगों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती सुमित्रा कुकरेती जी ने किया।