बदलता स्वरूप गोण्डा। इस दुनिया में जो व्यक्ति कठिन परिश्रम करता है सफलता उसी का कदम चूमती है। यह जैनस इनीशिएटिव्स के डॉ पंकज कुमार श्रीवास्तव वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ का मानना है कि मध्यम वर्गीय परिवार या गरीब परिवारों के लिए एक अच्छे स्कूल में पढ़ाई का खर्च उठाना मुश्किल हो रही है यह छात्रवृत्ति उन जरूरतमंद बच्चों को दी जाती है जो पढ़ने में अच्छे एवं कमजोर वर्ग से आते हैं पैसों की कमी से प्रतिभावान छात्रों की पढ़ाई नहीं रुकेगी। संस्था द्वारा 12वीं पास छात्रों को 12000 रुपये सालाना स्कॉलरशिप दिया जाता है, इसी अंतर्गत एम्स इंटर कॉलेज स्कूल में छात्रवृत्ति की परीक्षा कराई गई जिसमें लगभग 140 बच्चों ने प्रतिभाग किया। डॉ आलोक अग्रवाल ने कहा इस स्कॉलरशिप का मुख्य उद्देश्य छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करना कि वे अपने आगे की पढ़ाई और बेहतर ढंग से कर सकें। एम्स इंटर कॉलेज के प्रबंधक डा अभय श्रीवास्तव ने कहा कि कठोर परिश्रम एवं कड़ी मेहनत मनुष्य का असली धन होता है। बिना कठिन परिश्रम के सफलता पाना असंभव है। बच्चे इस स्कॉलरशिप के महत्व को समझें और अच्छी पढ़ाई कर उच्च पद पर अग्रसर हो आगे चलकर वह भी ऐसे किसी की जरूरतमंद की हेल्प करें। मनोविज्ञान की विभाग की अध्यक्ष ममता शर्मा ने कहा की इस दुनिया में जो व्यक्ति कठिन परिश्रम करता है सफलता उसी का कदम चूमती है। भूगोल विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर रंजन शर्मा ने कहा कि कठिन परिश्रम वह चाबी है, जो किस्मत का दरवाजा खोल देती है। सच्चे लगन, धैर्य और मेहनत के बल पर ही सफलता संभव है। इस छात्रवृत्ति परीक्षा को सफल बनाने में आशीष श्रीवास्तव का अहम योगदान रहा।
