चित्रगुप्त मंदिर पर संपन्न हुआ कलम दवात पूजन

बदलता स्वरूप गोण्डा। आज यम द्वितीया के पावन पर्व पर परमपिता ब्रह्मा जी के दिव्य अंश व ब्रह्मा जी के काया से उत्पन्न होने वाले भगवान चित्रगुप्त जी महाराज का एवं कलम दवात का पूजन अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा आयोजित किया गया। जिसमें भगवान चित्रगुप्त जी महाराज का पूजन महा आरती सामूहिक रूप से किया गया। तत्पश्चात कलम दवात पूजन शुरू हुआ, उपस्थित सभी लोगों ने भगवान का स्मरण करते हुए हल्दी चंदन पुष्प समर्पित करते हुए कलम दवात का पूजन किया और प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम का आयोजन अध्यक्ष देवता प्रसाद और नगर अध्यक्ष अभय कुमार श्रीवास्तव द्वारा किया गया तथा संचालन महामंत्री विनोद श्रीवास्तव एवं संयोजक प्रमोद नंदन श्रीवास्तव ने किया। उक्त पूजन कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉक्टर रश्मि बर्मा सीएमओ गोंडा रविचंद्र श्रीवास्तव अमन श्रीवास्तव युवा नेता भाजपा अनिल कुमार श्रीवास्तव विनोद श्रीवास्तव पूर्व मंत्री प्रतिनिधि अरुण श्रीवास्तव प्रेम शंकर लाल शिवम श्रीवास्तव पंकज श्रीवास्तव प्रमोद श्रीवास्तव नितिन मथुर शिवम माथुर राजेश श्रीवास्तव श्रीमती नीलम श्रीवास्तव संजय श्रीवास्तव आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे। न्याय के देवता है भगवान चित्रगुप्त भगवान चित्रगुप्त की उत्पत्ति ब्रह्मा जी के चित् से हुई थी जब धर्मराज यमदेव ने ब्रह्मा जी से योग्य सहायक की मांग की तब ब्रह्मा जी ने 1000 वर्ष तक तपस्या की फिर ब्रह्मा जी के काया से एक पुरुष का जन्म हुआ काया से उत्पन्न होने के कारण इन्हें कायस्थ कहा गया और उनका नाम चित्रगुप्त पड़ा भगवान चित्रगुप्त देवताओं के लेखपाल वह यमराज के सहायक और प्राणियों के अच्छे बुरे कर्मों का लेखा-जोखा रखते हैं माना जाता है कि मनुष्यों के कर्मों के मुताबिक ही फल मिलता है और जीवन मरण की अवधि भी तय होती है भगवान चित्रगुप्त के हाथ में कर्म की किताब कलम दवात और करवार होता है भगवान चित्रगुप्त की पूजा करने से बुद्धि वाणी और लेखन का आशीर्वाद मिलता है भगवान चित्रगुप्त धर्म का उल्लंघन करने वाले को दंडित करते हैं और न्याय करते हैं इसीलिए इन्हें न्याय का देवता कहा जाता है भगवान चित्रगुप्त के बारे में पुराणों में भी उल्लेख है भगवान चित्रगुप्त को श्री धर्म हरि वह यमराज धर्माधिकारी आज कई नाम से भी जाना जाता है।