डीएम अमित कुमार पांडेय ने मोबाईल पशु चिकित्सालय वैन को दिखाई हरी झंडी, एसडीओ अमित अनुराग भी रहे मौजूद
बदलता स्वरूप खगड़िया। फरकिया इलाका पशुओं के लिए चारागाह रहा है। प्रदेश के कई क्षेत्रों से पशु को इस इलाके में शुद्ध घास व चारा के लिए पशुपालक लाते थे। समय के साथ साथ काफ़ी परिवर्तन हुआ। घने जंगलों का खात्मा हो गया। अब इस इलाके में पशुओं के समक्ष हरियाली चारा के लाले पड़ गए हैं। कुपोषण के साथ साथ कई प्रकार की बीमारियां भी हो रही है। बीमार गाय और भैंस से मिलने वाले दूध भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इससे इंसान भी अजूबा अजूबा बीमारी के प्रकोप से जूझ रहे हैं। उक्त बातें, बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा ने मीडिया से कही। आगे डॉ वर्मा ने कहा यह खुशी की बात है कि बिहार सरकार ने मोबाईल पशु चिकित्सालय की व्यवस्था की है, जिसका नियंत्रण पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के जिम्मे है। डॉ वर्मा ने कहा मोबाईल पशु चिकित्सा सेवाओं का मुख्य उद्देश्य पशुधन की आपातकालीन और महत्वपूर्ण देखभाल की मांगों को आवश्यक मात्रा ओर गुणवत्ता में पूरा करने के लिए साल भर पहुंच प्रदान करना है। डॉ वर्मा ने यह भी कहा मोबाईल पशु चिकित्सा सेवा परियोजना पशुपालक के घर पर 1962 पर कॉल आने पर समय पर उपचार उपल्ब्ध कराएगी और पशु के स्वास्थ्य को बनाए रखने, उत्पादकता बढ़ाने और ग्रामीण अर्थ व्यवस्था में सुधार लाने में मदद करेगी। आगे डॉ वर्मा ने कहा खगड़िया में भी ज़िला पदाधिकारी अमित कुमार पांडेय ने मोबाईल पशु चिकित्सालय वैन को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया, जिससे ज़िले के पशुपालक लाभान्वित होंगे। उक्त अवसर पर डीएम संग सदर अनुमंडल पदाधिकारी अमित अनुराग भी रहे मौजूद।