बदलता स्वरूप गोन्डा। रानी बाजार स्थित श्रीराम जानकी मारवाड़ी धर्मशाला में पोखर मल रंग लाल द्वारा चल रहे आयोजित कथा में पाॅचवें दिन कथा वाचक आचार्य चन्द्र दत्त सुबेदी ने कहा जो दूसरों के दुःख समाप्त कर सुख प्रदान करें वही श्रीकृष्ण है।अर्थात् भगवान श्रीकृष्ण के नाम करण पर प्रकाश डालते हुए कहा कंस एवं कृष्ण में नाम एक जैसा एवम् नाम राशि भी एक है परन्तु कंस को हम राक्षस कहते हैं और कृष्ण को भगवान,ऐसा क्यों ? तो दोनों का भाव अलग है क्योंकि कंस दूसरों के सुख से जलता है और सुख छीन कर दुःख देता है और श्रीकृष्ण दूसरों के दुःख समाप्त कर सुख प्रदान करते हैं अतः उन्हें हम भगवान कहते हैं । कथा में बालचरित्र का विशेष वर्णन ब्रह्मा जी का मोह भंग एवं गिरिराज भगवान को छप्पन भोग की कथा का विशेष वर्णन भी किया गया। और भगवान की झांकी भी निकाली गई। जिसमें भक्तों ने खूब नृत्य किया।कथा के दौरान राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल एडवोकेट, गोपाल कृष्ण अग्रवाल,पंकज अग्रवाल एडवोकेट ,अंशुमान अग्रवाल, अर्चित अग्रवाल, गौरव अग्रवाल,संजय अग्रवाल,सुशील जालान, सचिन सिंघल, चिंटू अग्रवाल, आयूष केडिया,दीप चंद अग्रवाल,शोभा अग्रवाल, सरोज अग्रवाल, अंजनाअग्रवाल ,स्वाति अग्रवाल, नेहा अग्रवाल, विनीता सिंघल सहित अन्य लोग मौजूद रहीं।
