पवन जायसवाल/राजेश सिंहबदलता स्वरूप गोंडा। मंडल मुख्यालय पर रिंग रोड न होने, बाईपास की सड़कों की कमी एवं सड़कों का चौड़ीकरण न होने से शहर वासियों का जीना मुश्किल हो गया है प्रतिदिन लग रहे जाम की समस्या आम हो गई है। जाम की समस्या को लेकर जिला प्रशासन व नगर प्रशासन की ओर से तमाम प्रयास व बैठक किए जा रहे हैं लेकिन नतीजा शून्य है। इसका मुख्य कारण माना जा रहा है की शहर के चारों तरफ जो सड़क बनाई गई हैं उसका चौड़ीकरण नहीं हो रहा है और वह सड़क बहुत ही जर्जर स्थिति में हैं, सप्ताह में सोमवार और शुक्रवार को दुख हरण नाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होने से इन दोनों दो दिनों में जाम की समस्या बहुत ही अधिक रहती है लोगों का कहना है कि रेलवे स्टेशन से कचहरी पहुंचने में दो-दो ढाई ढाई घंटे लग जाते हैं। यही नहीं इस दरमियान एंबुलेंस का भी निकलना मुश्किल हो जाता है जबकि उसमें कई ऐसे गंभीर मरीज रहते हैं जिनका हॉस्पिटल पहुंचना अत्यधिक आवश्यक होता है ऐसी स्थिति में उनकी जान का खतरा भी बना रहता है। सभी लोग एक ही मुख्य रास्ते से निकालना पसंद कर रहे हैं क्योंकि और कोई सड़कें हैं ही नहीं। एक समय था कि जब कोई खास पर्व हो या सहालग का सीजन हो तब जाम देखने को मिलता था, अब तो चाहे बड़गांव पुलिस चौकी हो, दुखहरनाथ मंदिर हो, अंबेडकर चौराहा हो, मारुति चौराहा हो, रोडवेज हो, आईटीआई चौराहा हो आदि चौराहों पर प्रतिदिन जाम की समस्या बनी रहती है। शहर के प्रतिष्ठित व्यापारी अजय मित्तल ने बताया कि मिश्रौलिया क्रॉसिंग पर ओवर ब्रिज तो फोरलेन का बनाया गया है लेकिन ब्रिज की जहां से शुरुआत होती है वहां ब्रिज कॉरपोरेशन द्वारा मनमानी की गई है, आने जाने के लिए पर्याप्त रास्ता भी नहीं है, इसलिए इस सड़क पर तो 24 घंटे में लगभग 14-15 घंटे जाम की ही स्थिति बनी रहती है। वही बडगांव क्षेत्र के लोगों का कहना है कि यदि जय नारायण चौराहे से रेलवे सोनी गुमटी की ओर जाने वाली सड़क का चौड़ीकरण व उच्चीकरण कर दिया जाए तो शहर में जाम का दबाव बहुत ही कम हो सकता है।
