सरयू नदी का रौद्र रूपः नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 42 सेमी ऊपर, बाढ़ को लेकर अलर्ट

विश्वनाथ शुक्ला
बदलता स्वरूप अयोध्या। सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 42 सेमी ऊपर पहुंच गया है। नदी के जलस्तर में प्रतिघंटे एक सेमी का इजाफा हो रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश और बनबसा और कर्तनीय घाटबैराज से पानी छोड़े जाने के चलते नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। जलस्तर में इजाफा होने से अयोध्या और गोंडा क्षेत्र के कई गावों में बाढ़ का संकट बन गया है।सरयू के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से अलर्ट जारी किया गया है। बाढ़ खंड और जिला प्रशासन के अधिकारी पल-पल नजर रखे हुए हैं। नदी का रौद्र रूप देखकर कछार में रहने वाले लोग अपने घरों के जरूरी सामान और जानवरों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने लगे हैं।जानकारी के मुताबिक, गिरिजा बैराज से लगातार लाखों क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिससे सरयू नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी हो रही है।जलस्तर में और इजाफा होने की संभावना केंद्रीय जल आयोग अयोध्या के प्रभारी डॉ. अमन चौधरी ने बताया- बनबसा और कर्तनिया घाट से पानी छोड़ने का सिलसिला जारी है, जिसके चलते जल स्तर में और इजाफा होने की संभावना है। जलस्तर में अभी 24 घंटे और बढ़ोतरी होगी।प्रतिघंटे बढ़ रहा सरयू का जलस्तर।सरयू का जलस्तर खतरे के निशान को पार करते हुए खतरे के निशान से 42 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। अयोध्या में खतरे का निशान 72.300 मीटर है। रविवार दोपहर जलस्तर 93.15 सेमी पहुंच गया है। प्रति घंटे पर प्रतिघंटे बढ़ रहा सरयू का जलस्तर।सरयू का जलस्तर खतरे के निशान को पार करते हुए खतरे के निशान से 42 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। अयोध्या में खतरे का निशान 72.300 मीटर है। रविवार दोपहर जलस्तर 93.15 सेमी पहुंच गया है। प्रति घंटे पर एक सेंटीमीटर के रफ्तार से सरयू का जलस्तर बढ़ता जा रहा है।रुदौली तहसील एरिया में बाढ़ से पांच हजार परिवार प्रभावित है।रुदौली तहसील क्षेत्र में हर साल बाढ़ प्रभावित गांवों के रुदौली तहसील एरिया में बाढ़ से पांच हजार परिवार प्रभावित है।रुदौली तहसील क्षेत्र में हर साल बाढ़ प्रभावित गांवों के लगभग 5 हजार परिवारों को बाढ़ से प्रभावित होते हैं। जलभराव की स्थिति में आवागमन बंद होने से आवश्यक वस्तुओं के खरीदारी के लिए एक मात्र साधन नाव है।कैथी मांझा के निवासियों को सबसे अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। चारों तरफ जलभराव से आने-जाने का रास्ता बंद हो जाता है। पिछले दो दिनों में जलस्तर को देखते हुए सरयू के कछार में बसे कैथी मांझा, अब्बुपुर, सल्लाहपुर व महंगू का पुरवा के ग्रामीणों में बाढ़ के अंदेशे को लेकर ग्रामीणों में दहशत है।बाढ़ का पानी निचले हिस्सों में आना शुरू हो गया है। स्थानीय लोगों ने आशंका जताई है कि अगर इसी तरह पानी बढ़ता रहा तो शीघ्र बाढ़ का पानी गांव में घुसने लगेगा। मडना गांव में बाढ़ का पानी जल्दी पहुंच जाता है इसलिए इस क्षेत्र के लोग डरे हुए हैं।कछार के किनारे बसे लोग अपने सामान सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं। फिलहाल जिला प्रशासन सतर्क है। पूरा बाजार क्षेत्र में कई जगहों पर बाढ़ राहत केंद्र बनाए गए हैं। प्रशासन द्वारा लेखपालों को गांव में रुकने के लिए कहा गया है।