अतुल श्रीवास्तव
गोंडा। स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख एवं महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय रामचंद्र श्रीवास्तव उर्फ बच्चू बाबू के निर्वाण दिवस पर उनके पैतृक निवास ग्राम बहलोलपुर में उनकी समाधि स्थल पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनके देश भक्ति कार्य के लिए स्मरण करते हुए उनके आदर्शों के पथ पर चलने का संकल्प लिया गया। तय कार्यक्रम के अनुसार शहर के कांग्रेस भवन पर भी बच्चू बाबू के चित्र पर माल्यार्पण किया गया और बच्चू बाबू के जीवन से जुड़े आदर्श को बताते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता शिवकुमार दुबे ने कहा कि बाबूजी पूरे जीवन ईमानदारी व निष्ठा के साथ कोऑपरेटिव सोसाइटी के अध्यक्ष रहे और वही समिति के संस्थापक अध्यक्ष भी थे और वह क्रय विक्रय समिति के अध्यक्ष अपने जीवन काल तक रहे, बच्चू बाबू के सुपुत्र ज्ञानचंद श्रीवास्तव एडवोकेट ने उनके जीवन आदर्श की ज्योति को सदा कायम रखने के लिए पुष्पांजलि अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि सभा में बताया कि वर्ष 1939 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस शहर के कालिका निवास पर आकर उनके देश के प्रति प्रेम व भक्ति भाव को देखकर आजादी के आंदोलन में भाग लेने आए सभी छात्रों को संबोधित करते हुए बच्चू बाबू के नेतृत्व में कार्य करने की सलाह दिया था। वर्ष 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौर में बच्चू बाबू ने टामसन इंटर कॉलेज और राजकीय इंटर कॉलेज के मीनार से यूनियन जैक अंग्रेजी झंडा उतार कर तिरंगा राष्ट्रीय ध्वज फहराकर आजाद भारत के सपनों को वक्त से पहले साकार कर अंग्रेजों के शासन के खिलाफ खुली चुनौती देकर अपने देशभक्ति व बहादुरी का परिचय दिया था, वह हमेशा अपने आदर्शों के बलबूते याद किए जाएंगे। प्रबुद्ध नागरिकों समेत दूर-दूर से आए लोगों ने बच्चू बाबू को 28वीं पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनके आदर्शों को अपने जीवन में धारण करने के लिए संकल्पमान हुए। आए सभी सम्मानित लोगों में शिवराज दुबे, जगदंबा प्रसाद दुबे, रक्षा राम दुबे, कमलापति दुबे, सैनिक सौरभ धर दुबे, शक्ति वर्मा, कुलदीप मिश्रा, एडवोकेट अनमोल चंद्रा, जिम्मी, अक्षत माथुर, वंदना माथुर विकास माथुर, विशाल माथुर, डॉ॰ जलील खां, डॉ॰ जफर अशफाक, डॉ॰ वसीम अंसारी, विनोद कुमार श्रीवास्तव एडवोकेट ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बच्चू बाबू को श्रद्धांजलि अर्पित किया।
