शिव पार्वती विवाह रामलीला मंचन में रहा आर्कषण का केंद्र

बदलता स्वरूप ब्यूरो कर्नलगंज-गोंडा। नगर के गुड़ाही बाजार स्थित रामलीला भवन में चल रही श्री रामलीला में सोमवार की रात्रि में शिव पार्वती विवाह एवं श्री गणेश जन्म की लीला का मंचन किया गया। लीला में दिखाया गया की भृगु ऋषि के यज्ञ में प्रजापति दक्ष के आगमन पर भगवान शंकर ने उनका अभिवादन नहीं किया। इस पर राजा दक्ष क्रोधित हो कर अपने अपमान का बदला लेने के लिए एक यज्ञ का आयोजन कराते हैं। इसमें सभी देवताओं को आमंत्रित करते हैं, मगर भगवान शिवजी को आमंत्रित नहीं करते हैं। लीला में दिखाया गया कि सती हठ करके पिता दक्ष के यज्ञ में चली जाती हैं। दक्ष सती को अपमानित करके लौट जाने को कहते हैं तथा शिव की भी अवहेलना करते हैं। सती को ग्लानि हो जाने पर उसी के यज्ञ कुंड में योग अग्नि द्वारा भस्म हो जाती हैं। सती पार्वती के रूप में राजा हिमाचल के यहां पुनर्जन्म लेती हैं और शिव को पति रूप में पाने के लिए तप करती हैं। उसके बाद शिवजी का विवाह पार्वती जी से होता है और मंगल गान नृत्य भी होता है। लीला मंचन के दौरान रामलीला कमेटी के अध्यक्ष मोहित कुमार पांडेय, महामंत्री कामतानाथ वर्मा, अभिषेक पुरवार, अरमान पुरवार, कन्हैयालाल वर्मा, कैलाश सोनी, अनुज जायसवाल, विशाल कौशल, नीरज जायसवाल, रिंकू पुरवार, पवन मोदनवाल, अंकित सहित अन्य कई लोग मौजूद रहे।