पंकज सिन्हा
बदलता स्वरूप लखीमपुर खीरी। जैनस इनीशिएटिव्स एवं प्रगतिशील ब्राह्मण महासभा द्वारा आयोजित नि:शुल्क हृदय स्वास्थ्य शिविर में लगभग डेढ़ सौ मरीजों को परामर्श और जांच सेवाएं प्रदान की गईं। यह शिविर प्रगतिशील ब्राह्मण महासभा के बेहजम रोड स्थित शिव कॉलोनी में आयोजित किया गया था, जहां ब्लड शुगर, ईसीजी जैसी जांच सेवाएं मुफ्त में उपलब्ध कराई गईं।इस शिविर का उद्घाटन धौरहरा के विधायक विनोद शंकर अवस्थी द्वारा किया गया। उन्होंने आयोजन की सराहना करते हुए कहा, “आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपने स्वास्थ्य पर पर्याप्त ध्यान नहीं दे पाते, जिसका परिणाम गंभीर बीमारियों के रूप में सामने आता है। ऐसे नि:शुल्क शिविरों के माध्यम से हृदय रोगों के प्रति जागरूकता फैलाना बहुत जरूरी है। कार्यक्रम में चरक हार्ट इंस्टिट्यूट, लखनऊ के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. पंकज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि वर्तमान में खराब जीवनशैली और असंतुलित खान-पान के कारण दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा, “अगर लोग अपने दिल का ध्यान रखेंगे तो वे कई परेशानियों से बच सकते हैं। नियमित व्यायाम, सही खान-पान और तनाव से दूर रहना हृदय की सेहत के लिए महत्वपूर्ण है।” डॉ. पंकज ने सलाह दी कि लोगों को प्रतिदिन कम से कम 45 मिनट का व्यायाम या मॉर्निंग वॉक जरूर करनी चाहिए और अपने खान-पान में नमक और तेल की मात्रा को नियंत्रित रखना चाहिए। वसायुक्त और मसालेदार भोजन से बचने की भी सलाह दी गई। इस अवसर पर नेत्र रोग विशेषआप सभी दिल का रखें ध्यान, नहीं रहेंगे परेशान: डॉ. पंकजज्ञ डॉ. पुनीत मिश्रा ने कहा कि देश में मधुमेह और हृदय रोगों का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, खासकर युवा पीढ़ी में। उन्होंने जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इस प्रकार के नि:शुल्क शिविर लगाकर लोगों को इन गंभीर बीमारियों से बचने का मार्ग दिखाया जा सकता है।प्रगतिशील ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार नन्द कुमार मिश्र ने भी शिविर की सफलता पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि शिक्षा के साथ-साथ लोगों को स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक करना जरूरी है। उन्होंने आगे भी इस प्रकार के शिविरों के आयोजन का आश्वासन दिया, जिससे समाज में स्वास्थ्य के प्रति सजगता बढ़े। शिविर को सफल बनाने में अध्यक्ष नंद कुमार मिश्र, महामंत्री कुमुदेश शंकर शुक्ल, कोषाध्यक्ष के आर पाण्डेय, शिशिर अवस्थी, राजेश शुक्ल, नवीन पाण्डेय, अभिषेक अवस्थी, राज नारायण दीक्षित, आशीष श्रीवास्तव, पंकज सिन्हा और राघवेंद्र का अहम योगदान रहा।
