सिसवार थाना स्थापना के लिए एचआरएफ ने मानवाधिकार आयोग से लगाई गुहार

प्रवासी व ग्रामीण युवा शक्ति ने द्वारा सोसल मीडिया व ट्विटर ट्रेड अभियान शुरू

बदलता स्वरूप मधुबनी। जिले के सिसवार गांव व आसपास बढ़ रही चोरी, डकैती, लुट पाट, गोली काण्ड व आदि घटनाओं को लेकर क्षेत्रीय लोगों द्वारा सोसल मीडिया व‌ ट्विटर ट्रेड अभियान अभियान शुरू हो चुकी है। वहीं गांव के प्रवासी समाजसेवी व राष्ट्रीय मानवाधिकार एक्शन फ़ोरम के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी ईं आर के जायसवाल ने मानवाधिकार आयोग से पत्र लिखकर अवगत कराते हुए इसे संज्ञान में डालकर क्षेत्रीय लोगों कि सुरक्षा के मद्देनजर गुहार लगाई है। उन्होंने पत्र लिखकर कहा है कि दस पंचायतों सहित डेढ़ लाख लोगों का भरण-पोषण, शिक्षा, उपचार व आवागमन का जरिया लगभग इसी गांव से जूड़ा हुआ है। यहां कुछ ही महीने पूर्व में दर्जनों चोरी व कई भीषण डकैती जैसे वरदात हो चुकी है, लुट पाट तो आम बात हो गई है। ग्रामीणों द्वारा पैंतालिस वर्षों से सिसवार में थाना की स्थापना को लेकर मांग कि जा रही है, जनप्रतिनिधियों द्वारा उदासीनता इस गांव व क्षेत्रीय लोगों पर भारी पर रहा है। पत्र में आगे लिखते हुए कहा है कि क्षेत्रीय ग्रामीण व प्रवासी युवा शक्ति सदस्यों के द्वारा सिसवार थाना प्रस्ताव को बिहार सरकार के संज्ञान में डालकर इस पर अविलंब निर्देश देने कि गुहार लगाई है, ताकि इस गांव में एक स्थायी थाना की स्थापना हो और लोग भयमुक्त वातावरण में सुरक्षित रह सकें।वहीं ग्रामीण व प्रवासी युवा शक्ति के सदस्यों द्वारा शंकर झा, आनंद झा, अखिलेश झा, ई. आर के जायसवाल (समाजसेवी), सीए मुकेश झा, सीए सीतेश झा, सोनू झा, गोविंद झा, प्रजेश झा, हरीशंकर झा, ब्रह्ममदेव झा, पतंजलि झा, विनय झा, गिरीश ठाकुर, दीपक मिश्रा, मुकुंद झा, सचिन भगत, राहुल राय मुरारी झा, राज विकास, हरीमोहन, राजेश कुमार मिश्रा, सुजित, चन्द्र किशोर मिश्रा, शत्रुघ्न, सरोज राय, सचिन राय, अमित कुमार, व एस रंजन झा ने आदि ने मिलकर कर पूर्व निर्धारित दो अक्टूबर गांधी जयंती के दिन इस हिंसक गतिविधियों पर लगाम लगाने हेतु सोसल मीडिया व ट्विटर ट्रेंड पर अभियान शुरू किया और सामुहिक रूप से कहा कि हम सभी देश व प्रदेश के सभी सम्बंधित अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को इस अभियान के द्वारा अवगत कराते हुए संज्ञान में डाला है और इसपर जल्द कोई निष्कर्ष नहीं निकला तो जल्द महा आंदोलन की शुरूआत होगी।