बदलता स्वरूप खगड़िया। अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक केन्द्र के संस्थापक डॉ अरविन्द वर्मा को श्री राम जन्मभूमि अयोध्या से पधारे पंo राजकुमार शास्त्री ने मां तारा शक्तिपीठ मंदिर परिसर में हो रहे अमावस्या महोत्सव के समापन समारोह में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ चुनरी ओढ़ाकर सम्मानित किया और आशीर्वाद दिया। मौके पर उपस्थित मीडिया से मुखातिव हो पंo राजकुमार शास्त्री ने कहा हिन्दू धर्म में कलियुग, युगचक्र में चार युगों में से चौथा, सबसे छोटे ओर सबसे बुरा युग है, जिसके पहले द्वापर युग और उसके बाद अगले चक्र का कृत युग आता है। ऐसा माना जाता है कि वर्तमान युग संघर्ष और पापों से भरा है। आगे उन्होंने कहा पुराणों के अनुसार, कलियुग के साथ ही दुनिया समाप्त हो जायेगी। कलियुग में धरती पर अन्य युगों से ज्यादा अधर्म और पाप बढ़ता जायेगा। भविष्य में धरती पर कलियुग इससे भी ज्यादा भयंकर होने वाला है। इसलिए कलियुग के ज़माने में आध्यात्मिक वातावरण बनाना बहुत जरुरी है। आज विदेशी संस्कृतियां हिन्दुस्तानियों पर चढ़ कर बोल रहा है। चमक दमक और दिखावे के पीछे लोग बेतहाशा भाग दौड़ कर रहे हैं।पंo राजकुमार शास्त्री ने कहा वर्तमान समय में फरकिया निवासी डॉ अरविन्द वर्मा जैसे वरिष्ठ नागरिक जो समाज सेवा और पत्रकरिता जैसे क्षेत्र में व्यस्त रहते हुए अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक केन्द्र की स्थापना कर विश्व को राह दिखाने का काम किया, अति प्रशंसनीय है। पंo राजकुमार शास्त्री ने कहा मैं भगवान श्री राम और मां तारा से याचना करता हूं कि डॉ अरविन्द वर्मा को आध्यात्मिक अलख जगाने में भगवान की कृपा दृष्टि निरंतर मिलती रहे ताकि समाज में आध्यात्मिक वातावरण की खुशबू देश विदेश में फैल सके । आगे पंo राजकुमार शास्त्री ने देश वासियों से अपील किया कि अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक केन्द्र के संस्थापक डॉ अरविन्द वर्मा को तन, मन, धन से सहयोग कर पुण्य के भागी बनें।
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