दैनिक बदलता स्वरूप फतेहपुर। व्यवस्था परिवर्तन अधिवक्ता संगठन ने राज्यपाल को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन दिया और कहा कानून व्यवस्था कायम रखना और प्रदेश को अपराध युक्त बनाना प्रदेश सरकार का कार्य है लेकिन विगत कुछ समय से प्रदेश में लूट, हत्या, डकैती, अपहरया की घटनाएं बहुतायत में देखी जा रही हैं। आमजन अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा है। अधिवक्ता समाज भी समाज का अंग हैं और समाज को न्याय दिलाने का कार्य कर रहा है, ऐसी स्थिति में न्याय दिलाने वाले सुरक्षित न रहे तो समाज का क्या होगा। काफी समय से अधिवक्ताओं पर आये दिन घटनाएं हो रही हैं लेकिन सरकार द्वारा कोई प्रभावी कदम नही उठाया गया। विगत में कई गम्भीर घटनाएं हो गयी हैं। अधिवक्ताओं द्वारा लगातार अधिवक्ता सुरक्षा बिल लाने की मांग की जा रही है लेकिन सरकार द्वारा इसे गम्भीरता से नहीं लिया गया और उपेक्षापूर्ण कार्य किया गया है। विगत 03 सितंबर 2024 को अत्यन्त हृदय विदारक घटना सिविल कोर्ट कासगंज में हुई, जहाँ अधिवक्ता साथी मोहिनी सिंह तोमर को कासगंज सिविल कोर्ट गेट के पास अपहरण कर लिया गया और उनका रजपुरा नामक नहर में अगले दिन शव तैरता मिला, उनके साथ अत्यन्त घिनौनी घटना हुई है, लेकिन अभी तक दोषियों के विरूद्ध कोई कार्यवाही होना प्रतीत नहीं होता है। ऐसी स्थिति में जनपद फतेहपुर के सभी अधिवक्ता साथियों की ओर से ज्ञापन के माध्यम से राज्यपाल से मांग की गई है कि अधिवक्ता साथी मोहिनी सिंह तोमर के अपहरण कर्ताओं एवं हत्या करने वाले अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाये एवं मुकदमे की विवेचना सी०बी०आई० से कराया जाये। अधिवक्ता सुरक्षा बिल को अतिशीघ्र पारित कराकर कानून का रूप दिया जाये। व्यवस्था परिवर्तन अधिवक्ता सगंठन फतेहपुर एवं समस्त अधिवक्ता साथी आपसे अपेक्षा करते हैं कि प्रदेश सरकार को निर्देशित करे कि अतिशीघ्र मांगों का अनुपालन करना सुनिश्चित करे लेकिन ऐसा न होने की स्थित में अधिवक्ता साथियों द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किया जायेगा। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष श्रीराम पटेल एडवोकेट, राजकरण सिंह एडवोकेट, अमर सिंह गौतम एडवोकेट, कमल कुमार शुक्ला एडवोकेट, अरुण कुमार एडवोकेट, हरवंश कुमार एडवोकेट, मोहम्मद आसिफ एडवोकेट, आशीष गौरव एडवोकेट, चंद्रमणि भास्कर एडवोकेट, नरोत्तम सिंह एडवोकेट, रामकिशोर विश्वकर्मा एडवोकेट, शैलेंद्र कुमार सिंह पटेल एडवोकेट, विनोद यादव एडवोकेट, कमरुद्दीन एडवोकेट, अजलाल अहमद फारूकी एडवोकेट, हरिशंकर सैयद आसिफ मकसूद एडवोकेट आदि लोग मौजूद रहे।
