सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान के अर्न्तगत प्रेसवार्ता का हुआ आयोजन

बदलता स्वरूप श्रावस्ती। सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान के अर्न्तगत मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा ए0पी0 सिंह की अध्यक्षता में संयुक्त जिला चिकित्सालय में स्थित जिला क्षयरोग अधिकारी कार्यालय में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री के लक्ष्य टीबी मुक्त भारत को पूर्ण करने हेतु सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान प्रदेश में संचालित किया जा रहा है। अभियान में स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर टीबी के लक्षणों की जानकारी प्राप्त करेंगे। यदि परिवार के किसी व्यक्ति में दो सप्ताह से अधिक समय की खांसी, दो सप्ताह से अधिक समय का बुखार, वजन का कम होना या भूख न लगना, सीने में दर्द होना या रात में पसीना आना आदि लक्षण आते है तो उनकी जानकारी स्वास्थ्य कर्मियो को जरुर दें। जिससे स्वास्थ्यकर्मी ऐसे संभावित लोगो की जांच कर यह सुनिश्चित करें की उनमें टीबी है या नही। यदि उनमें टीबी पाई जाती है तो उनका नियमित उपचार कर टीबी को आसानी से हराया जा सकता है। इस दौरान उप जिला क्षय रोग अधिकारी डा0 सन्त कुमार ने कहा संपूर्ण विश्व पर टीबी एक बडे खतरे के रुप में अपने पैर पसार रही है। पूरे विश्व के औसत से भारत देश में 27 प्रतिशत मरीज सिर्फ पाए जाते है। सीधे शब्दो में कहे तो हर चौथा टीबी का मरीज भारत देश का पाया जाता है। प्रधानमंत्री जी का लक्ष्य है कि भारत को 2025 तक टीबी मुक्त करना है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान पूरे प्रदेश में संचालित किया जा रहा है। इस क्रम में भिनगा की 46 हजार, इकौना की 50 हजार, गिलौला की 66 हजार, मल्हीपुर 60 हजार एवं सिरसिया की 56 हजार की आबादी चिन्हित की गई है। उन्होने आम जनमानस से अपील किया है कि स्वास्थ्य कर्मियो का सहयोग करें और सही सही जानकारी प्रदान करें। जिससे शासन की टी0बी मुक्त भारत की मंशा को पूरा किया जा सके। इस अभियान के तहत अबतक कुल लक्षित जनसंख्या 2 लाख 78 हजार किया गया है। इस कार्य में कुल 112 टीमें लगी है। टीम में कुल 336 सदस्य एवं 27 पर्यवेक्षक लगाये गये है, जिनके द्वारा यह कार्य कराया जा रहा है। एमओडीटीसी डा0 ओम प्रकाश वर्मा ने कहा जनपद के सभी स्वास्थ्य केन्द्र पर टीबी की जांच एवं उपचार पूरी तरह से निःशुल्क की जाती है। टीबी का उपचार अधूरा करने पर एमडीआर टीबी (बिगडी टीबी) हो सकती है। जिसका उपचार 24 माह तक चलता है। उक्त अवसर पर डीपीसी रवि कुमार मिश्र, सौरभ कटियार, सुनील पटेल सहित अन्य कर्मी मौजूद रहे।