नितिश कुमार तिवारीबदलता स्वरूप श्रावस्ती। जनपद में शांत बह रही राप्ती नदी का जलस्तर पहाड़ों पर लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से बढ़ता हुआ खतरे के लाल निशान को पार कर गया, जिससे तटवर्ती क्षेत्र क़े लोगो को बाढ़ का खतरा सताने लगा है।जिले में हुई झमाझम बरसात व नेपाल के पहाड़ी इलाकों से राप्ती में पानी आ जाने के कारण रविवार सुबह करीब नौ बजे से नदी में बाढ़ की स्थिति बन गई। देखते ही देखते रविवार दोपहर करीब एक बजे राप्ती का जल स्तर खतरे के निशान (लाल निशान) को पार करते हुए 128.30 पर पहुँचकर लाल निशान से 60 सेंटीमीटर ऊपर बहने लगी खतरे के निशान से राप्ती जैसे ही ऊपर हुई तो पानी का बहाव भी तेज़ हो गया।जिससे नदी क़े तट पर बसे गाँव क़े ग्रामीणों को एक बार फिर बाढ़ का डर सताने लगा। हालांकि दोपहर दो बजे क़े बाद राप्ती का जलस्तर स्थिर हुआ और तीन बजे तक 10 सेंटीमटर कमी दर्ज की गयी,जबकि शाम 4 बजे क़े बाद नदी का जलस्तर बढ़ते हुए शाम 5 बजे 128.30 सेंटीमीटर पर बहने लगी है। वहीं जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि राप्ती नदी के घटते-बढ़ते जल स्तर पर निगरानी रखी जा रही है। सभी बाढ़ चौकी प्रभारियों एवं चौकी पर तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है। सभी उपजिलाधिकारियों को भी अपने-अपने क्षेत्रों में व्यापक निगरानी रखे जाने के निर्देश दिये गये है। रविवार सुबह छः बजे राप्ती नदी का जलस्तर 127.50 रहा सुबह सात बजे 127.60 सेंटीमटर एवं सुबह 9 बजे राप्ती ने लाल निशान को पार कर 128. 00 पर पहुँच गयी, जबकि 10 बजे 128:15 और 11 से दोपहर 1 बजे 128.30 तक पहुँचकर खतरे क़े निशान से 60 सेंटीमीटर ऊपर बहने लगी थी,फिर 2 बजे जलस्तर स्थिर हुआ,वहीं 4 बजे तक 128.20 पर पहुंची जबकि शाम 5 बजे तक 128. 30 पर बह रही है, नदी क़े घटते बढ़ते जलस्तर को देख नदी किनारे रहने वाले ग्रामीणों को बाढ़ की आशंका को लेकर सहमे में हैं।
