मंडलायुक्त ने की 65 निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षासभी शासकीय निर्माण कार्य समय से पूरे किए जाएं – आयुक्त

एक करोड़ से ऊपर की परियोजना के लिए नियुक्त हो नोडल अधिकारी – आयुक्त

बदलता स्वरूप गोण्डा। मंडलायुक्त देवीपाटन मण्डल शशि भूषण लाल सुशील ने सोमवार को आयुक्त सभागार में एक करोड़ व उससे अधिक लागत की निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने मंडल में कार्यरत 13 कार्यदायी संस्थाओं के निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा की। आयुक्त में यूपीआरएनएसएस, उत्तर प्रदेश राज्यसेतु निगम लिमिटेड, उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड, उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड, उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद निर्माण इकाई, उत्तर प्रदेश जल निगम, उत्तर प्रदेश पुलिस आवास निगम लिमिटेड, उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण एवं श्रम विकास सहकारी संघ लिमिटेड, ग्रामीण अभियंत्रण सेवा, यूपी सिडको, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग तथा सीएनडीएस के द्वारा संचालित 65 निर्माणाधीन परियोजनाओं की एक-एक करके समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि एक करोड़ से ऊपर की परियोजनाओं के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति की जाये, साथ ही जिन परियोजनाओं का बजट शासन स्तर पर लंबित हो उन में शासन से पत्राचार कर बजट मंगाकर निर्माण कार्य पूरा कराया जाए। निर्माण कार्य में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। सभी निर्माण कार्य समय से पूरे होने चाहिए। जिन कार्यदायी संस्थाओं द्वारा लापरवाही जाएगी उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। बैठक में संयुक्त विकास आयुक्त, समस्त मुख्य विकास अधिकारी व सभी संबंधित विभागों के अधिकारी व कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे। आयुक्त देवीपाटन ने 65 निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा की जिसमें राजकीय इंटर कॉलेज पिपरी जमुनी पचपेड़वा बलरामपुर, राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज गोंडा, मां पाटेश्वरी देवी राज्य विश्वविद्यालय बलरामपुर,मेडिकल कॉलेज गोंडा, जिला चिकित्सालय बलरामपुर में 100 शैय्या क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल उच्चीकृत राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज, बहराइच, 300 शैय्या मंडलीय चिकित्सालय गोंडा, राजकीय महाविद्यालय भवानीपुर कला गोंडा,वृहद गो संरक्षण केंद्र झालातरहर बहराइच, वृहद गो संरक्षण केंद्र सेमगढ़ा, इकौना श्रावस्ती, छात्रावास भवन गोंडा,राजकीय इंटर कॉलेज श्रावस्ती आदि शामिल हैं।