श्रावस्ती को कुपोषण व एनीमिया मुक्त बनायें : डीएम हिमांशु गुप्ता

बदलता स्वरूप श्रावस्ती। प्रभारी चिकित्साधिकारी, बी.पी.एम, फार्मासिस्ट, सीडीपीओ, मुख्य सेविकाओं का यूनिसेफ एवं गोरखपुर एम्स के सहयोग से विकास भवन सभागार में एनीमिया प्रबंधन एवं सैम बच्चों के प्रबंधन को और बेहतर बनाने हेतु प्रशिक्षण कार्यशाला जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। जिसका जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी अनुभव सिंह एवं मुख्य चिकित्साधिकारी डा. ए.पी.सिंह ने द्वीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया। उक्त कार्यशाला में जिलाधिकारी द्वारा नेतृत्व कर सभी को निर्देशित किया गया कि एनीमिया प्रबंधन एवं सैम बच्चों के प्रबंधन कार्य को और बेहतर करें, ताकि श्रावस्ती को कुपोषण व एनीमिया मुक्त बनाया जा सकें। जिलाधिकारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि जनपद श्रावस्ती के आंकाक्षी ब्लाक कार्यक्रम के तहत जमुनहा ने पूरे देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, इसके लिए सभी अधिकारी व कर्मचारीगण बधाई के पात्र है। उनकी कड़ी मेहनत से ही जनपद में स्वास्थ्य, शिक्षा एवं अन्य पैरामीटर्स में व्यापक सुधार लाया गया है। उन्होने बताया कि इस परियोजना के अन्तर्गत दो घटकों सैम प्रबन्धन एवं एनीमिया प्रबन्धन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत बच्चों को आयरन की गोलियां उपलब्ध करायी जा रही है। जिसके लिए आज इस कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। जिससे आपसी समन्वय बनाकर जनपद में वृहद स्तर पर अभियान चलाकर बच्चों को दवाई खिलायी जा सके और जनपद को एनीमिया मुक्त बनाया जा सके। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि इस अभियान के तहत बच्चों को आयरन और फ़ॉलिक एसिड की खुराक दी जा रही है। जिसमें 6 महीने से 19 साल तक के बच्चों, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को आयरन फ़ॉलिक एसिड की खुराक दी जाती है। एनीमिया से बचने के लिए, संतुलित और पौष्टिक आहार लेना चाहिए। आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया को रोकने के लिए यह कार्यशाला आयोजित की जा रही है। जिससे जनपद के बच्चों को दवाई खिलाकर उन्हें सैम व एनीमिया से बचाया जा सके। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. ए.पी. सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी पी.के. दास, पोषण अधिकारी अर्पिता पाल, पोषण कंसल्टेंट शुभा, पोषण कंसल्टेंट सत्य प्रताप चंचल, एस.पी.सी रवि प्रकाश श्रीवास्तव, ए.पी.सी अनुराग सिंह, डी.सी वीर बहादुर बिस्ट सहित समस्त प्रभारी चिकित्साधिकारी, बी.पी.एम, फार्मासिस्ट, सीडीपीओ, मुख्य सेविकाएं उपस्थित रही।