पुरानी पेंशन स्कीम नहीं लागू हुई तो होगा बड़ा आंदोलन
अमित शरनबदलता स्वरूप फतेहपुर। अटेवा पेंशन बचाओ मंच की एक आवश्यक बैठक कचेहरी परिसर में जिला संयोजक निधान सिंह की अध्यक्षता में आहूत की गई। बैठक में केंद्र सरकार द्वारा एनपीएस को यूपीएस में संशोधित करने के प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा की गई। इस विषय पर बोलते हुए योगेन्द्र चौधरी स.अ. पीसीपी इं कालेज हुसैनगंज ने कहा कि हमारा आंदोलन ओपीएस के लिए है न कि एनपीएस में संशोधन के लिए, यूपीएस हमें कतई स्वीकार नहीं है और हम इसके खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे। बाबूलाल पाल अध्यक्ष पंचायतीराज विभाग सफाई कर्मचारी संघ ने कहा यह योजना हमें मंजूर नहीं है। अपनी बात रखते हुए देवेन्द्र पाण्डेय कोषाध्यक्ष अटेवा ने कहा कि हम सरकार के झांसे में आने वाले नहीं है हम तब तक लड़ते रहेंगे जब तक हमे हूबहू पुरानी पेंशन मिल नहीं जाती है। हमारा संगठन इस नए प्रस्ताव का पुरजोर विरोध करता है । अपनी बात को रखते हुए महेंद्र मौर्य महामंत्री अटेवा फतेहपुर ने कहा कि यूपीएस में 18.5 प्रतिशत का अंशदान करके सरकार पूंजीपतियों को और अधिक धन देने जा रही है, यह देश की जनता एवं कर्मचारियों के साथ अन्याय है, यह पेंशन नहीं है बल्कि यह स्कीम है। शिक्षक कर्मचारियों को स्कीम नहीं सामाजिक सुरक्षा के लिए पुरानी पेंशन चाहिए। यूपीएस योजना शिक्षकों, कर्मचारियों, अर्धसैनिक बलों, बीएसएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी के जवानों, पुलिस, लेखपाल, सफाई कर्मचारी के साथ अन्याय व छलावा है। अटेवा इसका विरोध करता है । इसी क्रम में बोलते निधान सिंह जिला संयोजक अटेवा ने कहा कि यदि एकीकृत पेंशन योजना इतनी अच्छी है तो सबसे पहले नेता अपने ऊपर लागू करके देश की जनता को नजीर क्यों नहीं प्रस्तुत करते । मुख्य सचिव खुद ले लें और वह दलाल नेता भी ले लें, जो युवाओं के संघर्ष को बेच देते हैं।अटेवा ओपीएस के लिए लड़ा है और लड़ता रहेगा । अब शिक्षक कर्मचारी जाग चुका है और अब वह संगठनों के दलाल नेताओं एवं सरकार दोनों के झांसो में नहीं आने वाला है, सरकार की भलाई इसी में है कि वह यूपीएस को वापस ले तथा जल्द से जल्द ओपीएस लागू करें, नहीं तो शिक्षक कर्मचारी अटेवा के बैनर तले पूरे देश में जिले से लेकर नई दिल्ली तक विशाल आंदोलन धरना प्रदर्शन करेंगे, और यह धरना प्रदर्शन 1 अक्टूबर 2023 की दिल्ली शंखनाद महारैली से भी कई गुना ज्यादा होगा। आज की बैठक में उदित सचान, अरुण कुमार, सुरेश सिंह मौर्य ,भालचंद्र,चंद्रभान ,अनिल कुमार सविता, लालचंद मौर्य, सर्वेश कुमार सिंह, संदीप यादव, अजय पाल, देवनारायण, बाबूलाल पाल, सुमित कुमार शर्मा, अरुण कुमार, नीरज गुप्ता, अरविंद विश्वकर्मा, बालेन्द्र पटेल, आदि शिक्षक कर्मचारी उपस्थित रहे।