झारखंड से पधारे पंo मुकेश मिश्रा के श्रीमद्भगवदगीता कथा सुन भक्तजन हुए ओतप्रोत

अयोध्या यूपी के पंo राजकुमार शास्त्री ने वैदिक मंत्रोच्चारण से की मां तारा की पूजा अर्चना

बदलता स्वरूप खगड़िया। कुशग्रहणी अमावस्या महोत्सव त्रिदिवसीय कार्यक्रम का समापन हुआ, जिसमें हजारों हज़ार भक्तों ने शामिल होकर मां तारा की प्रतिमा का दर्शन व पूजन कर मां का आशीर्वाद प्राप्त किया। झारखंड धनबाद से पधारे पंo मुकेश मिश्रा द्वारा प्रस्तुत श्रीमद्भागवत कथा प्रवचन से भक्तजन ओत प्रोत हुए। अयोध्या (यूपी) से पधारे पंo राजकुमार शास्त्री ने वेद मंत्रोच्चारण से तीनों दिन मां तारा की पूजा अर्चना कर विश्व शान्ति की कामना किया। झारखंड प्रदेश से आए प्रख्यात भजन गायक रूपेश पांडेय, सुमित मिश्रा वादकों में विकास चंद्र पाण्डेय, दामोदर पाण्डेय, वीरेंद्र पांडेय द्वारा प्रस्तुत भजन एवं संकीर्तन भक्तों को खूब भाया। मां तारा की अराधना करने से सबों की मनोरथ पूर्ण होगी। पंo मुकेश मिश्रा ने अपने प्रवचन में कहा जब संकटकालीन परिस्थितियों में मां को पुकारते हैं तो मां अपने भक्तों के ऊपर न्योछावर तक कर देती है। अगर सच्चे भक्ति से मां के दरबार में मां का सच्चे दिल से स्मरण कर लेंगे तो मां हमारी अवश्य सुनेंगी। सात्विक भाव से मां तारा का स्मरण करते रहें। पूर्वजों से चली आ रही परंपरा को हमलोग भूलते जा रहे हैं। अपने आपको अति माडर्न बना लिए हैं, जो शास्त्रों के विरुद्ध है। आगे पंo मुकेश मिश्रा ने महिलाओं से कहा जो अपने पति को पतन होने से बचा ले उसे ही पत्नी कहते हैं। वाईफ नहीं पत्नी बने रहें। पति को पतन मार्ग से सही रास्ते पर लाएं पत्नी। अपने कर्तव्य का बीस प्रतिशत भी पालन कर लें तो कल्याण हो जायेगा। बीस वर्ष बैल के आयु हमें दी गई। 16 वर्ष कुत्ते की आयु दी गई, फिर भी संतुष्टि नहीं हुई। 36 से 40 वर्ष तक घोड़े की तरह भाग दौड़ करते रहते हैं। 60 के बाद कुत्ते वाले आयु में आ जाते हैं। कलियुग में अपना बेटा ही बूढ़े बाप को एक ग्लास पानी तक नहीं देते हैं। मां की शरणागत हों, मां तार देगी। सुबह मां तारा की ही आराधना करते हैं, जो जीवन को तार देगी, इसमें संशय नहीं। अयोध्या (यूपी) से पधारे पंo राजकुमार शास्त्री ने कहा मां तारा शक्तिपीठ मंदिर में मां का दर्शन करने से आपके हर कष्टों का निवारण हो जायेगा। हर क्षण हर पल मां तारा को भजो वो तार देगी। महोत्सव के आयोजक नीरज कुमार, पंकज कुमार एवं सहयोगी संजीव कुमार थे। भक्तजनों के बीच महाप्रसाद का वितरण भी किया गया। स्थानीय पंडितों में सुधीर झा, कृत्यानंद झा तथा मंदिर के पुजारी अलख निरंजन तिवारी पूजन एवं आरती में सहयोग किए । उक्त अवसर पर उपस्थित भक्तजनों में डॉ अरविन्द वर्मा, नीरज कुमार, पंकज कुमार, संजीव कुमार, प्रमोद केडिया, मुकेश सिंह, सुजीत कुमार, पंकज कुमार, इंदल बजाज, अभिलाषा तथा नवीन कुमार आदि थे।