अमित शरण बॉबी
बदलता स्वरूप फतेहपुर। जनपद स्तरीय “रबी उत्पादकता गोष्ठी/अन्न मिलेट्स, एक दिवसीय मिलेट्स मेला सह प्रदर्शनी” तथा नेशनल मिशन ऑन एडिबिल ऑयल योजना अंतर्गत तिलहन मेले” का आयोजन सरदार वल्लभ भाई पटेल प्रेक्षा गृह में किया गया। मेला सह प्रदर्शनी में कृषि, ग्राम्य विकास अभिकरण, अग्रणी जिला प्रबन्धक, उद्यान, पशुपालन, रेशम, इफको, सामाजिक वानिकी एवं वन्य जीव प्रभाग, भृगु आर्गेनिक जैविक उत्पाद, आत्म शक्ति फार्मर प्रो०कं०लि०, प्रज्ञा ग्रामोत्थान सेवा समिति, बायर कं०लि०, वी०एन०आर० सीड्स, अयाह शाह श्री विकास गुप्ता, जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह , मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना ने फीता काटकर किया उद्घाटन किया और लगाई गई प्रदर्शनी का घूम घूम कर निरीक्षण किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक अयाह शाह विकास गुप्ता ने कृषकों के हित मिलेट्स फसलों के प्रयोग को बढ़ाने, आच्छादन विस्तार के साथ कहा कि किसान अन्नदाता है। भारत एक कृषि प्रधान देश है। देश एवं प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के हित में लगातार कार्य किया जा रहा आय प्राप्त किये जाने की अपील की गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह ने कृषकों को केन्द्र एवं राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं की जानकारी देते हुए संतुलित उर्वरक एवं बीज के प्रयोग किये जाने, प्राकृतिक एवं जैविक खेती अधिक किये जाने की अपील की गयी। जिलाधिकारी द्वारा गोष्ठी में उपस्थित प्रगतिशील कृषकों से अनुरोध किया गया निदेशक एवं गोष्ठी में उपस्थित कृषि वैज्ञानिक को सुझाव देने के साथ निर्देश दिये गये कि ऐसे कृषक जो गोष्ठी में उपस्थित छोटे-छोटे वीडियो यू-ट्यूब चैनल बनाकर उसमें प्रसारित करे ताकि सोशल मीडिया के माध्यम से कृषक जागरूक हो एवं उनकी समस्याओं का घर बैठे निवारण हो। विभाग अपने प्रगतिशील कृषक जो उन्नत खेती कर जनपद का नाम रोशन कर रहे है उन कृषकों को कृषक व्हाट्सअप ग्रुप में जोडकर उनके अनुभवों को अन्य कृषकों के मध्य साझा करें ताकि अन्य कृषक भी उन्नतशील खेती कर अधिक लाभ प्राप्त कर सके। जानकारी प्रदान की। उप कृषि निदेशक द्वारा कृषकों को कृषि यंत्रीकरण योजना के अन्तर्गत कृषि यंत्रों को ऑनलाइन बुक किये जाने का अपील की गयी और बताया गया। डा० जितेन्द्र सिंह, कृषि वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा रबी फसलों की मुख्य फसल गेहूँ एवं खरीफ की मुख्य फसल धान जिसका जनपद में आच्छादन क्षेत्र अधिक है उस फसल में संतुलित बीज, उर्वरक एवं कीटनाशक के प्रयोग हेतु कृषकों को जागरूक करने के साथ खरपतवार नियंत्रण के बारे में विस्तार से बताया गया। ऊसर भूमि के सुधार तथा ऊसर भूमि हेतु उपयोग बीज एवं कृषि तकनीकी जानकारी कृषकों को दी गयी। डा० एस०के०पाण्डेय, कृषि वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा कृषकों को मिलेट्स / श्री अन्न, मोटे अनाज को अधिक से अधिक बोये जाने हेतु जागरूक करते हुए अवगत कराया कि मोटे अनाज के सेवन से हृदय सम्बन्धी, शरीर की अम्लीयता, शुगर जैसे गम्भीर बीमारी से बचाव होता है। मोटे अनाज हेतु कम सिंचन, बीज व उर्वरक प्रयोग से कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। गोष्ठी में उपस्थित कृषकों से अपील की गयी कि अपने साथ अन्य कृषकों कों भी मिलेट्स फसलों के बोये जाने एवं पोषक तत्वों के विषय में जागरूक करते हुए उसका सेवन करने के साथ आच्छादन विस्तार हेतु प्रेरित करें।
प्रमोशन ऑफ एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन फार इन सी-टू मैनेजमेन्ट ऑफ क्राप रेजीड्यू योजना अंतर्गत कस्टम हायरिंग सेन्टर हेतु अर्जुन सिंह निवासी बेरागढीवा ब्लाक भिटौरा जनपद फतेहपुर को 30 लाख परियोजना लागत का 80 प्रतिशत (24 लाख) उपस्थित सभी कृषकों एवं अधिकारियों का धन्यवाद ज्ञापित कर गोष्ठी का समापन किया गया। इस मौके पर जिला कृषि अधिकारी, भूमि संरक्षण अधिकारी, संबंधित विभाग की सभी अधिकारी मौजूद थे।
