बदलता स्वरूप गोण्डा। वज़ीरगंज बाल दिवस के उपलक्ष्य में माँ यशोदा पब्लिक स्कूल तुर्काडीहा में खेल-कूद प्रतियोगिताओं का आयोजन बड़े हर्ष और उत्साह के साथ किया गया। इस आयोजन में बच्चों ने विभिन्न खेलों में भाग लिया जिसमें कुर्सी दौड़,लंगड़ी दौड़,अंताक्षरी ,और शारीरिक दक्षता वाले कई खेल शामिल थे। सभी बच्चों ने बड़े जोश और उमंग के साथ अपनी-अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रधानाचार्य स्वतंत्र सिंह ने बताया प्रतियोगिताओं का उद्देश्य बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के साथ-साथ उनमें टीम भावना और प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देना है और सभी बच्चों को आगे बढ़कर खेल में क्षमता अनुसार प्रतिभाग करना चाहिए जिससे अपने परिवार एवं क्षेत्र का नाम रोशन हो। क्षेत्र में संसाधन के अभाव से विलुप्त हो रही गांव की पहचान, ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्टेडियम एवं खेल मैदानों की आवश्यकता है। विद्यालय के छात्र राज सिंह, दिलीप, विशाल एवं अन्य छात्रों ने कहा खेल गांव की पहचान है खेल की शुरूवात ही गांव की मिट्टी से हुई है लेकिन आज उसकी पहचान शहरों से है जिसका कारण ग्रामीण क्षेत्रों में संसाधन की कमी है जिसके कारण खेल से जुड़े युवाओं का भविष्य अधर में ही खत्म हो जाता है जिसका सरकार एवं जनप्रतिनिधियों को ध्यान देना चाहिए ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्टेडियम एवं खेल मैदानों की व्यवस्था होनी चाहिए । विद्यालय के संरक्षक बश्री शत्रुघ्न सिंह ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया और बच्चों का हौसला बढ़ाया। इस अवसर पर आशीष सिंह ने बच्चों के संपूर्ण विकास में खेलों के महत्व पर जोर दिया। अंत में विजयी बच्चों को पुरस्कार वितरित कर सभी प्रतिभागियों की सराहना की गई। बाल दिवस का यह आयोजन बच्चों के लिए न केवल मनोरंजन का साधन बना, बल्कि उनके समग्र विकास में भी सहायक सिद्ध हुआ। जहाँ विद्यालय के अध्यापक सुनील सिंह, अमित शुक्ला, रमेश गुप्ता, पूजा मिश्रा, उमा मौर्या, आराधना, ललिता चौहान एवं क्षेत्र के आदि लोग मौजूद रहे।
