राप्ती बैराज व मधवापुर घाट का डीएम ने आकस्मिक निरीक्षण कर लिया जायजासंबंधित अधिकारियों को बाढ़ निरोधी कार्य कराने के दिये निर्देश

बदलता स्वरुप श्रावस्ती। राप्ती में बढ़ते घटते जलस्तर के दृष्टिगत जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने जनपद के बाढ़ के प्रति संवेदनशील स्थलों का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने मधवापुर घाट और लक्ष्मनपुर कोठी स्थित राप्ती बैराज का निरीक्षण कर जाजया लिया। जिलाधिकारी द्वारा लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता कीर्ति प्रभाकर मिश्र को निर्देश दिए की लगाये जा रहे जिओ बैग और सड़क के मध्य वायर किट लगाकर के साथ ब्रिक बैग और बोल्डर भरवा दिया जाये। मधवापुर घाट से जमुनहा की तरफ किमी 16 के कटान वाले भाग में वायर क्रेट मे ईंट व अध्धे भरकर लगाने व दो अतिरिक्त ह्यूम पाइप लगाने के निर्देश दिए। जिससे बाढ़ का पानी बिना कटान किये सुचारू रूप से निकल जाये । इसके बाद जिलाधिकारी ने राप्ती बैराज का निरीक्षण किया। वहां स्थापित सिंचाई विभाग के कंट्रोल रूम से बाढ़ व जलस्तर पर नजर रखने की प्रणाली का निरीक्षण किया तथा अधिशाषी अभियंता सरयू नहर खंड 6 विकास शिरोमणि सिंह को बाढ़ की स्थिति पर स्वयं नजर बनाये रखने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त सभी जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों को बैराज पर स्थित आवास पर ही निवास करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान लक्ष्मणपुर बैराज पर जल स्तर अपरान्ह 01 बजे 127.10 सेंटीमीटर पाया गया जो खतरे के निशान से 60 सेंटीमीटर कम है। जबकि खतरे का निशान 127.70 सेंटीमीटर है। जिलाधिकारी ने कहा कि राप्ती नदी के घटते-बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सम्भावित बाढ़ के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य के लिए सभी तैयारियां पहले से ही पूरी कर ली जाएं, ताकि सम्भावित बाढ़ आने पर तत्काल लोगो को राहत पहुंचाया जा सके।इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी अमरेन्द्र कुमार वर्मा, उपजिलाधिकारी जमुनहा संजय राय, आपदा विशेषज्ञ अरुण कुमार मिश्र, सहायक अभियंता रवि कुमार गौतम, अवर अभियंता सुधीर कुमार मिश्र, अवर अभियंता सतीश कुमार, सिंचाई विभाग के अशोक सिह, पीके सिंह सहित अन्य कर्मचारीगण मौजूद रहे।