विज्ञान प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का हुआ आयोजन

-अध्यक्ष जिला पंचायत डीएम, एसपी व सीडीओ ने किया शुभारम्भ, विज्ञान प्रदर्शनी का किया अवलोकन-

-बेहतर प्रोजेक्ट बनाने वाले 05 छात्र-छात्राओं को टैबलेट देकर किया गया सम्मानित-

हिमांशु गुप्ता

बदलता स्वरूप श्रावस्ती। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जनपद के सभी विकास खण्डों के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों से आये बच्चों द्वारा कलेक्ट्रेट में राष्ट्रीय अविष्कार अभियान के अन्तर्गत जनपद स्तरीय विज्ञान प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका अध्यक्ष जिला पंचायत दद्दन मिश्र, जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी, विधायक श्रावस्ती के प्रतिनिधि आशुतोष पाण्डेय, पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया एवं मुख्य विकास अधिकारी अनुभव सिंह ने द्वीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया। इस दौरान उन्होने छात्र-छात्राओं द्वारा लगायी गई प्रदर्शनी का अवलोकन कर जायजा लिया। जिलाधिकारी ने बच्चों से विज्ञान प्रदर्शनी में लगाये गये उनके विषय के संबंध में भी जानकारी ली। प्रदर्शनी में शामिल बच्चों ने जिलाधिकारी के एक-एक सवाल का उत्तर दिया। जिस पर जिलाधिकारी ने बच्चों को मन लगाकर पढ़ाई करने हेतु उत्साहवर्धन भी किया।
इस अवसर पर पर अध्यक्ष जिला पंचायत ने कहा कि छात्रों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति रुचि बढ़ाना राष्ट्रीय आविष्कार अभियान का मुख्य उद्देश्य बच्चों और युवाओं को विज्ञान, गणित और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रेरित करना है, ताकि वे विज्ञान के क्षेत्रों में रुचि लें और अपने भविष्य को बेहतर बनाएं। जिलाधिकारी ने कहा कि आज का युग विज्ञान का युग है, सुव्यवस्थित, सुसंगठित एवं क्रमबद्ध ज्ञान ही विज्ञान है। छात्र-छात्राएं विज्ञान के प्रति अपनी अभिरुचि बढ़ाते हुए इस क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाएं। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रदर्शनी का आयोजन समय-समय पर होना चाहिए। जिससे बच्चों के अंदर का वैज्ञानिक गुण का विकास होता है। उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। विधायक प्रतिनिधि आशुतोष ने कहा कि यह कार्यक्रम बच्चों के मन में नए विचारों को विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करता है, ताकि वे तकनीकी और वैज्ञानिक क्षेत्रों में दक्ष बन सकें और आगे चलकर विज्ञान के क्षेत्र में अपना योगदान दे सकें। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस प्रदर्शनी के माध्यम से प्राथमिक विद्यालय के बच्चों में विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी आधारित शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा बच्चों में वैज्ञानिक मनोवृत्ति का विकास भी हो सकेगा। इसलिए सभी छात्र-छात्राएं अपनी अभिरूचि के अनुसार नये-नये प्रयोग कर विज्ञान के नये आयाम प्राप्त करें और आगे बढ़े।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि प्रत्येक वर्ष छात्रों के लिए विभिन्न कार्यशालाएं, प्रशिक्षण सत्र और विज्ञान परियोजनाओं का आयोजन किया जाता है, जिसमें उन्हें न केवल वैज्ञानिक सिद्धांतों को समझाया जाता है, बल्कि उन्हें प्रयोगशाला में प्रयोग करने का अवसर भी दिया जाता है, जिससे वे विज्ञान के क्षेत्र में कुशल छात्र बन सकें। प्रदर्शनी में निर्णायक मंडल में शामिल समिति द्वारा सभी बच्चों के मॉडल का आकलन किया गया, जिसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान वाले छात्र-छात्राओं को अध्यक्ष जिला पंचायत, जिलाधिकारी,विधायक प्रतिनिधि, पुलिस अधीक्षक एवं मुख्य विकास अधिकारी द्वारा पुरस्कृत किया गया। वहीं प्रदर्शनी में बेहतर प्रोजेक्ट बनाने वाले 05 छात्र-छात्राओं को अध्यक्ष जिला पंचायत, जिलाधिकारी, विधायक प्रतिनिधि ने टैबलेट देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन बेसिक शिक्षा विभाग के जिला समन्वयक अजीत उपाध्याय ने किया। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी संजय कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अजय कुमार गुप्ता, खण्ड शिक्षा अधिकारीगण सहित अध्यापक व अध्यापिकाएं एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।