आनन्द गुप्ता/के0के0 सक्सेना
बदलता स्वरूप बहराइच। समाजवादी पार्टी के नेता व पयागपुर के पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव ने क्षेत्र के मौजूदा भाजपा विधायक पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके भाई बालेंद्र श्रीवास्तव की पयागपुर नगर पंचायत अध्यक्ष पद से बर्खास्तगी नियमों को ताक पर रखकर क्षेत्रीय विधायक के दबाव में की गई जो लोकतांत्रिक नियमों का सरासर मखौल है। पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव ने अपने बहराइच शहर स्थित आवास पर पत्रकार वार्ता बुलाकर कहा कि वर्ष 2012 से 2017 तक वह क्षेत्र के विधायक रहे और नगर पंचायत समेत अन्य तमाम सुविधाएं क्षेत्रवासियों को उपलब्ध कराई थी उसके बाद से पयागपुर में जनकल्याण और विकास का कोई कार्य नहीं हुआ। मौजूदा विधायक के कार्यकाल में जहां लोकतांत्रिक तरीके से गठित नगर पंचायत को बर्खास्त कराया गया, वहीं एक इंटरप्राइजेज के माध्यम से सर्विस प्रोवाइडर लोकल परचेज तथा लोकल ठेके के माध्यम से करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि इसको हटाने की जांच कराई जाए तो करोड़ों का गोलमाल सामने आएगा। उन्होंने कहा कि नगर पंचायत समेत कई विभागों के कर्मचारी अपना मूल काम छोड़कर इनके प्रतिष्ठानों में काम करते हैं। उन्होंने बताया कि नगर पंचायत का चुनाव जीतने के बाद उनके भाई ने ” न खाऊंगा ना खाने दूंगा ” का फार्मूला अपनाया तो उन्हें हिदायत दी गई की सिस्टम के तहत काम करना पड़ेगा। समझौता न होने पर नियम विरुद्ध शिकायत कर कार्रवाई कराई गई। पूर्व विधायक मुकेश ने अपने वक्तव्य में और भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मौके पर कैसरगंज के सपा विधायक आनंद यादव महसी के पूर्व पार्टी विधायक कृष्ण कुमार ओझा तथा लोहिया वाहनी जिलाध्यक्ष नंदेश्वर यादव नंद सहित बर्खास्त चैयरमैन पयागपुर के समर्थक सभासद भी मौजूद रहे। इस बीच पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन करते हुए पयागपुर से भाजपा विधायक सुभाष त्रिपाठी ने कहा कि उनके विषय में सभी भलीभांति परिचित हैं और वो नटवरलाल से काफी बड़े वाले हैं। यदि हमारे ऊपर लगाए गए आरोपी सत्य साबित होंगे तो वह राजनीति से सन्यास ले लेंगे। अपने बहराइच स्थित आवास पर पयागपुर भाजपा विधायक सुभाष त्रिपाठी ने पूर्व विधायक पर पलटवार करते हुए उन्हें नटवरलाल बताया।