घाट के किनारे रहने वालों का हो रहा वेरिफिकेशन
विश्वनाथ शुक्ला बदलता स्वरूप अयोध्या। दीपोत्सव में दो दिन बचे है, इससे पहले जिला पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को अभेद्य बनाने के सभी उपाय पूरे कर लिए गए हैं। जल, थल और नभ से सुरक्षा व्यवस्था का खाका खींचा गया है। सरयू नदी में बाढ़ राहत की एक कंपनी को तैनात किया गया है।इसी के साथ पूरे मेला क्षेत्र को सेक्टर और जोन में बांटा गया है। कार्यक्रम स्थल के इर्द-गिर्द क्षेत्र यानी पूरे नयाघाट और लक्ष्मण घाट क्षेत्र में रहने वाले एक- एक व्यक्ति का सत्यापन कराया जा रहा है। साथ ही पूरे मेला क्षेत्र में ड्रोन कैमरे से भी नजर रखी जाएगी।अभेद्य होगी राम नगरी की सुरक्षा दूसरी तरह सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता बनाने के इंतजाम अंतिम चरण में हैं। जिले की सीमाओं से नगर में प्रवेश करते ही पुलिस की निगाहें हर व्यक्ति का पीछा करने लगेंगी। जल, थल और नभ की जितनी भी सीमाएं हैं सभी पर पुलिस मुस्तैद की गई है।सरयू नदी के करीब आयोजन होने के कारण इस मार्ग पर भी विशेष नजर रखी जा रही है। बाढ़ राहत दल की पूरी एक कंपनी को सरयू नदी से सुरक्षा व्यवस्था में मिल लगाए की तैयारी है। कुछ 100 पुलिसकर्मियों की तैनाती होगी।जल पुलिस के प्रभारी आरपी मौर्य ने बताया- जल पुलिस की तीन नावें लगाई गई है, साथ मे 15 प्राइवेट बोट को अतिरिक्त रूप से लगाया गया है। जिससे कोई भी व्यक्ति नदी के रास्ते का प्रयोग न कर सके। कार्यक्रम स्थल नया घाट और लक्ष्मण घाट क्षेत्र में सभी का पहचान पत्र चेक करने की प्रकिया अंतिम चरण में है।होटल, धर्मशाला, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन पर पुलिस की विशेष नजर है। केंद्र और प्रदेश की खुफिया एजेंसियां सक्रिय हैं। एसएचओ मनोज कुमार शर्मा के मुताबिक भीख मांग कर जीवन यापन करने वाले लगभग ढाई सौ लोगों को उनके गृह जनपद भेज दिया गया है।भीड़ कंट्रोल करने के लिए बनाई गई है विशेष योजना CO आशुतोष तिवारी ने बताया- भीड़ कंट्रोल करने के लिए राम धाम की सीमा से लेकर नगर तक लगभग 5 किलोमीटर में दर्जनों अस्थाई बैरियर बनाए जाने हैं। उन्होंने बताया कि इस बार दीपोत्सव में अत्याधुनिक सुरक्षा व्यवस्था होगी। खुफिया विभाग की कई टीमें अन्य जनपदों से मंगाई गई है। राम की पैड़ी रामकथा पार्क और सरयू तट पर विशेष पुलिस फोर्स की तैनाती होगी। हाई फ्रीक्वेंसी के ड्रोन कैमरे से पूरे मेला क्षेत्र पर नजर होगी।