परसपुर गोण्डा। पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रजा पिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय परसपुर सेवा केन्द्र पर एक कार्यक्रम आयोजित कर सभी को जीवन में वृक्ष के महत्व को समझाते हुए वृक्षारोपण करने के लिए प्रेरित किया गया।इस अवसर पर सेवा केन्द्र संचालिका राजयोगिनी ब्रह्मा कुमारी अनामिका बहन ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते कहा कि वर्तमान समय में वृक्षों की अंधाधुंध कटान की वजह से पृथ्वी पर जनसंख्या के हिसाब से जितने जगंल व बाग बगीचे होने चाहिए, उस हिसाब से विल्कुल न के बराबर ही जगंल तथा बाग बगीचे बचें हैं, वृक्षों के अभाव में संसार में बढ़ते हुए पर्यावरण प्रदूषण के कारण अनेकों प्रकार की समस्याएं मानव विरादरी के ऊपर कहर बनकर ढा रहीं हैं, वहीं मानव इस बात से अनजान बना हुआ है। आज जल स्तर घटा जा रहा है, ग्लेशियर गल रहें हैं, छोटी-छोटी बिमारियों में मनुष्य को अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है, चिकित्सकों के पास पहुंचते ही चिकित्सक सबसे पहले आक्शीमीटर से आक्सीजन का लेवल चेक करता है, आक्सीजन का लेवल अक्सर डाउन ही मिलता है, तमाम ऐसे लोग भी होते हैं जिन्हें तुरंत आक्सीजन देना पड़ जाता है, इसमें कोई जरूरी नहीं है कि बुजुर्ग ही हों ‘नवजवान व्यक्ति को भी आक्शीजन लगाना पड़ रहा है जबकि आज के 60-70 वर्ष पहले यह स्थिति नहीं थी ,कारण क्या था ?? चारों ओर हरे- भरे -घनें जंगलों बाग -बगीचों से हमारी पृथ्वी आच्छादित थीं , मोटर वाहन से निकलने वाले धुएं तब बिल्कुल न के बराबर थे ,जल स्रोतों के लिए समाज में समय-समय पर विशेष ध्यान दिया जाता था , पोखरों और तालाबों का निर्माण कराया जाता था , परंतु अब इस मशीनीकरण युग में मानव इतना स्वार्थी हो गया है “की सिर्फ चीजों का दोहन करना जानता है बदले में प्रकृति का संरक्षण करना वा प्रकृति को कुछ देना विल्कुल भूल सा गया है , अब जरूरत पुनः जागृति लाने की है, अतः वृक्ष लगाओं – जीवन बचाओ अपने पुराने परिपाटी को पुनः अपनाओं , स्वस्थ्य और सुरक्षित जीवन जीने के लिए श्रेष्ठ जीवन शैली अपनाओं कुछ बेहतर करने के लिए कदम आगे बढ़ाओ,तभी यह वर्ष में एक दिन विश्व पर्यावरण दिवस मनाना सार्थक होगा ,यही वक्त की मांग है।
तत्पश्चात , ब्रह्मा कुमारी अनामिका बहन ने सेवा केन्द्र के भाई बहिनों के साथ मिलकर ब्रह्मा कुमारीज के कल्प तरूह प्रोजेक्ट के अन्तर्गत आम, नीम, पीपल, बरगद, सहजन, मीठी नीम ,लीची , अमरूद , नींबू आदि के पौधों को रोपित कर सभी को ऐसे ही वृक्षारोपण करने के लिए प्रेरित किया। उक्त अवसर पर कमला प्रसाद सिंह ,रामेन्द्र नारायण सिंह,अनूप सिंह , सुनील भाई, ज्ञानचंद चौधरी , संजीत सिंह ,अनुभव सिंह,शेखर सिंह ,शौरभ तिवारी ,रमा माता , ममता माता ,शुषमा माता ,शीला बहन , गीता माता,आशा बहन , रागिनी बहन , सीता देवी , सीता पती माता,रेनू सिंह आदि उपस्थित रहे।
