जनपद में कृषकों के लिए उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता बनी रहे, इसका रखा जाए ध्यान-

जनपद में कृषकों के लिए उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता बनी रहे, इसका रखा जाए ध्यान-जिलाधिकारीबदलता स्वरूप श्रावस्ती। जिलाधिकारी कृतिका शर्मा की अध्यक्षता में खाद, बीज एवं उर्वरक की समीक्षा बैठक कलेक्टेªट सभागार भवन में आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि कृषकों को समय से बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाये, एवं आगामी मानसून के दृष्टिगत पूर्ण पारदर्शिता के साथ बीज वितरण किया जाये। उन्होने यह भी निर्देशित किया कि जनपद में उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता बनी रहे, जिससे कृषकों को मंहगे दरों पर उर्वरक न खरीदना पडे़। उर्वरकों की गुणवत्ता एवं काला बाजारी को रोकने के लिए उर्वरक नमूना एकत्रीकरण का सघन अभियान चलाया जाये। उन्होने कहा कि कृषकों के हितों को ध्यान में रखते हुए गुणवत्तापूर्ण कार्य कराये जायें, जिससे अधिक से अधिक कृषक लाभान्वित हो सकें। इस दौरान उप कृषि निदेशक कमल कटियार द्वारा जनपद में कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की गयी। उप कृषि निदेशक द्वारा बताया गया कि 24.06.2024 से पोर्टल के माध्यम से मैकेनाइजेशन योजनान्तर्गत कृषि यंत्रों की बुकिंग प्रारम्भ होगी एवं आगामी माह से किसान रजिस्ट्री का कार्य अभियान चलाकर किया जायेगा।जिला कृषि अधिकारी द्वारा बीज वितरण पर चर्चा करते हुए बताया गया कि वर्तमान में धान का बीज सामान्य वितरण हेतु 586 कु0 एवं प्रदर्शन हेतु 304 कु0 बीज उपलब्ध है। कृषक राजकीय बीज वितरण केन्द्र से अनुदान पर बीज प्राप्त कर सकते हैं। 10 वर्ष से कम अवधि वाली प्रजातियों पर 50 प्रतिशत अनुदान एवं 10 वर्ष से अधिक अवधि वाली प्रजातियों पर 30 प्रतिशत अनुदान अनुमन्य है। कृषक बीज वितरण केन्द्र पर पी0ओ0एस0 मशीन पर अंगूठा लगाकर सीधे अनुदान प्राप्त कर बीज खरीद सकते हैं। उन्होने यह भी बताया कि वर्तमान खरीफ में 1,04,537 हे0 करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जनपद में मिलेट्स के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए मिनीकिट्स वितरण, खण्ड प्रदर्शन तथा फार्मर फील्ड स्कूल आदि कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर किया जाता है। मिलेट्स के अन्तर्गत आने वाली अधिकतर फसलें खरीफ मौसम में उगाई जाती हैं। मिलेट्स के मिनीकिट्स का निःशुल्क कृषकों को वितरण कर मिलेट्स के आच्छादन को बढ़ाया जायेगा। उर्वरकों की उपलब्धता पर चर्चा करते हुए बताया गया कि यूरिया 23,209 मी0टन, डी0ए0पी0 4584 मी0टन, एन0पी0के0 825 मी0टन, एम0ओ0पी0 114 मी0टन एवं एस0ओ0पी0 5632 मी0टन वितरण हेतु उपलब्ध है। जनपद में उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता है।जिला उद्यान अधिकारी द्वारा उद्यान विभाग में संचालित विभिन्न योजनाओं पर चर्चा करते हुए बताया कि उद्यान विभाग द्वारा निःशुल्क सब्जियों के बीज वितरण, भण्डारण, फल एवं फूल वाले पौधों की नर्सरी तैयार कर निःशुल्क पौध वितरण किया जाता है। जनपद में मदारा में एवं मल्हीपुर नर्सरी में पौध तैयार किये जा रहे हैं। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि उद्यान विभाग द्वारा छोटे-छोटे खण्डों में सरकारी भूमि का चयन कर बाग लगवाये जायें तथा लोक निर्माण विभाग से सम्बन्ध स्थापित कर सड़क के किनारों पर छायादार वृक्ष लगवाये जायें, इसके साथ-साथ सरकारी आवास के आस-पास खाली पड़ी जमीनों पर भी वृक्षारोपण कराया जाये।भूमि संरक्षण अधिकारी द्वारा भूमि संरक्षण अनुभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं पर चर्चा करते हुए बताया कि जनपद में खेत तालाब योजना, पं0 दीन दयाल उपाध्याय किसान समद्धि योजना, राष्ट्रीय सतृत कृषि मिशन योजना एवं राष्ट्रीय कृषि विकास योजना संचालित है। कृषक पोर्टल के माध्यम से ऑन लाईन टोकन बुक कर योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर उप निदेशक कृषि कमल कटियार, जिला कृषि अधिकारी अनिल प्रसाद मिश्र, जिला उद्यान अधिकारी दिनेश चौधरी, अपर जिला कृषि अश्वनी यादव सहित अन्य अधिकारीगण एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकगण उपस्थित रहे।