Tag Archives: साहित्य का मूल लक्ष्य है लोकमंगल-प्रो. सूर्य प्रसाद दीक्षित

साहित्य का मूल लक्ष्य है लोकमंगल-प्रो. सूर्य प्रसाद दीक्षित

मगहर में काव्य गोष्ठी कबीर के राम विचार गोष्ठी व अगौना में साहित्य और लोकमंगल एवं सूकरखेत में तुलसी के राम विषयक गोष्ठियों में विद्वानों ने व्यक्त किए विचार बदलता स्वरूप गोण्डा। कबीर ने समाज की विसंगतियों पर प्रहार किया तो गोस्वामी तुलसीदास ने मानस की रचना कर समाज को …

Read More »