नितिश कुमार तिवारी
बदलता स्वरूप जमुनहा,श्रावस्ती। जमुनहा विकास खंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत लालपुर हरीडीह में दो वर्ष पूर्व निर्मित ग्राम पंचायत सचिवालय आज भी उपेक्षा का शिकार बना हुआ है। यह सचिवालय,जिसे गांव के विकास और जनहित के कार्यों के लिए एक केंद्र बिंदु बनना चाहिए था, वर्तमान में सिर्फ एक शोपीस बनकर रह गया है। वहीं गांव के निवासियों ने बताया कि सचिवालय भवन बनकर तैयार है, लेकिन इसका कोई उपयोग नहीं किया जा रहा है। ग्राम पंचायत के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण यह भवन वीरान पड़ा हुआ है। यहां तक कि पंचायत बैठकों और अन्य आवश्यक कार्यों के लिए भी इसका उपयोग नहीं हो रहा है। वहीं स्थानीय निवासियों ने बताया कि सचिवालय बनाने का उद्देश्य यह था कि गांव के लोगों को योजनाओं की जानकारी और सुविधाएं यहीं उपलब्ध हो सकें। लेकिन अभी तक इसका कोई लाभ नहीं मिला। भवन बंद पड़ा रहता है और कोई अधिकारी यहां आता-जाता नहीं है। वहीं ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। जबकि ग्राम पंचायत सचिवालय का उद्देश्य ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाना और पंचायत के प्रशासनिक कार्यों को सुचारू रूप से चलाना था। लेकिन इसकी निष्क्रियता ने ग्रामीण विकास पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। गांव के बुजुर्ग और युवा अब इस मामले को लेकर प्रशासन से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि सचिवालय का उपयोग नहीं होना था, तो इसे बनाने पर लाखों रुपये क्यों खर्च किए गए?