रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ की तैयारियां तेज

भजन गायिका अनुराधा पौडवाल और कुमार विश्वास देंगे प्रस्तुति

विश्वनाथ शुक्ला
बदलता स्वरूप अयोध्या। में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा के एक साल पूरे हो रहे है। पहली वर्षगांठ की तैयारियों को लेकर तीर्थ क्षेत्र के पदाधिकारियों व संघ व विहिप के दायित्व धारी कार्यकर्ताओं की बैठक चल रहीं है। प्रतिष्ठा द्वादशी पर तीन दिवसीय उत्सव का आयोजन होगा। जिसके अंतर्गत रासोत्सव का आयोजन किया जाएगा।इसके लिए प्रसिद्ध भजन गायिका अनुराधा पौडवाल का नाम तय हुआ है। इसके अलावा रामकथा गायन के लिए अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवि एवं मानस कार कुमार विश्वास के नाम पर भी मोहर लगी है।श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपत राय ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया अभी अनुराधा पौडवाल और अन्य नामों पर भी विचार विमर्श चल रहा है।रामकथा गायन के लिए अंतर्राष्ट्रीय ख्याति लब्ध कवि एवं मानस कार कुमार विश्वास का भी समय लिया गया है।इस बीच पौष शुक्ल प्रतिपदा तदनुसार मंगलवार से रामलला की पूजा अर्चना के लिए नयी नियमावली के अनुसार पुजारियों का रोस्टर भी बदल गया है। इस रोस्टर के मुताबिक सायं पाली में कार्यरत पुजारियों की टोली सुबह मंगला आरती से लेकर मध्याह्न राजभोग आरती का दायित्व निर्वहन करने लगी है। इसी तरह सुबह में कार्यरत पुजारियों की टोली सायंकाल के दायित्व को संभाल चुकी है।प्रतिदिन सवा लाख लोग कर रहे दर्शन प्रात काल निर्धारित रोस्टर के अनुसार सायं पाली में कार्यरत वरिष्ठ सहायक पुजारी प्रेम कुमार त्रिपाठी व प्रदीप दास के नेतृत्व में नये पुजारियों की टोली ने रामलला के उत्थापन के बाद मंगला आरती की। पुन श्रृंगार आरती व राजभोग आरती भी इसी टोली के पुजारियों ने की।उधर सायं पाली में अपराह्न डेढ़ बजे से सुबह की टोली में कार्यरत वरिष्ठ सहायक पुजारी संतोष कुमार तिवारी व अशोक उपाध्याय के नेतृत्व में सहयोगी पुजारियों ने अपना दायित्व ग्रहण कर लिया है। नयी नियमावली के आलोक में रोस्टर का पहला चक्र पहली बार पूरा हुआ।अब पौष पूर्णिमा से ड्यूटी में परिवर्तन का दूसरा चक्र शुरू होगा। श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय का कहना है कि क्रिसमस के बाद से प्रतिदिन सवा लाख के आसपास दर्शनार्थी दर्शन के लिए आ रहे हैं।